अहमदाबाद : गुजरात में एक 67 साल के बुजुर्ग ने 120 दिन के इलाज के बाद कोरोना से जंग जीती है. कच्छ के रहने वाले किशोर सिंह जडेजा को कोरोना संक्रमण हुआ. शुरुआत में उन्होंने इलाज में थोड़ा लापरवाही दिखाई.
वायरस ने शरीर के कुछ अंगों को प्रभावित करना शुरू कर दिया जिस कारण किशोर सिंह का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा. उन्होंने अहमदाबाद में रहने वाले अपने बेटे को इसकी जानकारी दी. बेटे ने पिता को अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया. तब तक किशोर सिंह जडेजा की हालत ज्यादा बिगड़ चुकी थी.
वरिष्ठ डॉक्टरों के पैनल की राय पर उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया. उनके फेफड़े और मस्तिष्क के अलावा शरीर के अन्य अंगों में संक्रमण पाया गया. फाइब्रोसिस के कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी इसलिए वेंटिलेटर पर रखा गया. काफी दिनों तक इलाज चला, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार होने लगा.
डॉक्टरों की राय पर उन्हें घर शिफ्ट कर दिया गया. घर के एक कमरे को आईसीयू में बदला गया. वरिष्ठ चिकित्सकों के मार्गदर्शन के अनुसार घर पर पूरी व्यवस्था की गई. निजी अस्पताल के आईसीयू विशेषज्ञ डॉक्टरों, चिकित्सा अधिकारियों और नर्सिंग स्टाफ की एक टीम वीडियो कॉल के माध्यम से उनका उपचार करती रही. एंटीबायोटिक दवाएं, इंजेक्शन दिए गए. इस तरह करीब 60 दिन इलाज चला.
इस बीच एक बार ऑक्सीजन की जरूरत पड़ने पर उन्हें एक बार फिर अस्पताल ले जाया गया जहां, वरिष्ठ डॉक्टरों ने उनकी सर्जरी की. इस सब के बाद उनकी सेहत में तेजी से सुधार हुआ. अब वह स्वस्थ हैं. इलाज पर करीब 15 लाख रुपये खर्च हुए.
यह दर्शाता है कि अगर रोगी और उसका परिवार का डॉक्टरों पर विश्वास कर धैर्य के साथ इलाज कराएं तो किसी भी जटिल बीमारी पर काबू पाना संभव है.
मास्क पहनना जरूरी
किशोर सिंह जडेजा के बेटे जयराज सिंह और बहू प्रियंका ने 'ईटीवी भारत' से बात करते हुए संदेश दिया कि हमें कोरोना संक्रमण को हल्के में नहीं लेना चाहिए. मास्क पहनना जरूरी है. साथ ही घर में घुसते ही पैर और हाथ-मुंह धोना बहुत जरूरी है.