नई दिल्ली: इंदिरा गांधी शांति, निरस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार 2022 देश में कोविड योद्धाओं के प्रतिनिधियों के रूप में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया को रविवार को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया. पूर्व उपराष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने आईएमए के अध्यक्ष शरद कुमार अग्रवाल और ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रॉय के जॉर्ज को यह पुरस्कार प्रदान किया.
पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए, इंदिरा गांधी स्मारक न्यास की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि यह पुरस्कार प्रत्येक चिकित्सक, नर्स, पैरामेडिक और कार्यकर्ता को उनकी निस्वार्थ सेवा, अडिग समर्पण और विपरीत परिस्थितियों में दृढ़ता के लिए दिया गया है. उन्होंने कहा कि 20वीं सदी की सबसे उल्लेखनीय नेताओं में से एक इंदिरा गांधी के नाम पर स्थापित इस पुरस्कार का उद्देश्य उन महिलाओं, पुरुषों और संस्थानों को सम्मानित करना है, जिन्होंने मानवता और पृथ्वी की सेवा में अनुकरणीय कार्य किया है.
सोनिया ने कहा कि 'इंदिरा गांधी का जीवन बाधाओं से लड़ने की उनकी जबरदस्त क्षमता के लिए जाना जाएगा. चाहे वह उनका राजनीतिक करियर हो, जहां उन्होंने समानता-उन्मुख, गरीब-समर्थक नीतियों को लागू करने के लिए रूढ़िवादिता को चुनौती दी.' कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 1983 का अधिनियमन और कार्यान्वयन भी हुआ, जिसने अधिक व्यापक और सुलभ स्वास्थ्य प्रणाली की नींव रखी.
सोनिया ने कोविड महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि 'यह सबसे विनाशकारी घटना थी, जो हमने इस सदी में देखी है.' चिकित्सकों, पैरामेडिक्स और अन्य लोगों की भूमिका की सराहना करते हुए, उन्होंने कहा कि वे एक ऐसी बीमारी से लड़ रहे थे, जिसके बारे में कुछ भी पता नहीं था. चिकित्सा समुदाय के बलिदान को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि 'अपने और अपने परिवार की भारी कीमत पर, चिकित्सा समुदाय ने अपने कल्याण के बारे में बहुत कम सोचे बिना कई घंटों तक काम किया.'