नई दिल्ली: आजादी के अमृत महोत्सव (COVID Vaccination Amrit Mahotsava) के रूप में 75 दिनों से चल रहा कोरोना टीकाकरण अभियान (covid 19 vaccination campaign) शुक्रवार को संपन्न हो गया. इस महोत्सव के दौरान 18 वर्ष से अधिक उम्र की 27 प्रतिशत आबादी को कोरोना की बूस्टर डोज लगाई गई है. 15 जुलाई को कार्यक्रम शुरू होने से पहले केवल 8 प्रतिशत आबादी ने ही बूस्टर डोज ली थी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि कोविड की बूस्टर खुराक कोराना महामारी (COVID 19 pandemic) में सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण है. कोरोना की बूस्टर डोज लेने से वायरस के फैलने का खतरा कम होता है. यह बीमारी होने का जोखिम और मृत्यु का खतरा भी कम करती है. कोविड की बूस्टर डोज देने का अभियान 15 जुलाई को युद्ध स्तर पर शुरू किया गया था. जिसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वयस्क आबादी (18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों) को बूस्टर डोज लगाने के लिए विशेष कोविड टीकाकरण अभियान चलाया गया था.
इस अभियान के तहत बस स्टेशनों पर 11,104, रेलवे स्टेशनों पर 5,664, हवाई अड्डों पर 511, स्कूलों और कॉलेजों में 1.50 लाख, धार्मिक यात्राओं के मार्गों पर 44,051 और निजी, सरकारी कार्यस्थलों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में 11 लाख 30 हजार 44 से अधिक शिविर लगाए गए. जिससे अधिक से अधिक लोगों को बूस्टर डोज दी गई.
कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव के तहत, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों टीकाकरण शिविर बड़े पैमाने पर जन अभियान के रूप में चलाया गया. अभियान के तहत कार्यालय परिसरों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों, रेलवे स्टेशनों, अंतरराज्यीय बस स्टेशनों, स्कूलों और कॉलेजों में विशेष टीकाकरण शिविर लगाये गये. इस मुफ्त कोविड टीकाकरण के लिए कुल 13 लाख 1 हजार 778 शिविर आयोजित किए गए.
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