इंदौर : कोरोना मरीजों के लिए डीआरडीओ द्वारा बनाई गई 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज पहले ही चरण में सफल होती नजर आ रही है. दरअसल, शहर में यह दवा पहली बार एक मरीज को दी गई है, जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं.
दवा के बाद सामान्य हुआ मरीज का सैचुरेशन
सीएचएल अस्पताल में भर्ती 70 साल की संतोष गोयल को कोरोना की दवा 2 डीऑक्सी ग्लूकोज के डोज लगाए गए, जिसके सार्थक परिणाम सामने आए हैं. अस्पताल की डॉ. जेनिफर शर्मा ने वीडियो जारी कर बताया कि मरीज के परिजन द्वारा डीआरडीओ की मदद से टेस्टिंग के लिए इस दवाई के चार पाउच अरेंज किए गए थे. जब मरीज को यह दवा दी गई तब उसका ऑक्सीजन सैचुरेशन 92 था और उस दौरान उसे 14 लीटर ऑक्सीजन दी जा रही थी. हालांकि, यह दवाई दिए जाने के 1 घंटे बाद मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन 94 हो गया.
मरीज ने पीएम मोदी का जताया आभार
डॉक्टरों के मुताबिक पहले चरण में इस दवाई के सार्थक परिणाम सामने आए हैं, जिस महिला को यह दवाई दी गई है. उसकी हालत में करीब 30 फीसदी सुधार है. दवाई के बाद सुधार की स्थिति में आई मरीज संतोष ने दवा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है. डॉक्टर जेनिफर शर्मा ने बताया उनके अस्पताल में मरीज 1 महीने से भर्ती थी, लेकिन तमाम तरह के इलाज के बाद भी उनके ऑक्सीजन सैचुरेशन में सुधार नहीं हो रहा था. लिहाजा उन्हें अस्पताल में दोबारा भर्ती करना पड़ा. इस बीच जब उनके परिजनों ने अपने प्रयासों से यह दवा मंगाकर लगवाई, तो मरीज का सैचुरेशन सामान्य होने के बाद अब उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है, जिसे लेकर मरीज के परिजन भी काफी खुश हैं.
ऐसे काम करती है यह दवाई
डॉक्टरों के मुताबिक जब यह दवा मरीज को दी जाती है तो दवाई के शरीर में प्रवेश करते ही यह संक्रमित कोशिकाओं में जमा हो जाती है. इसके बाद वायरस को बढ़ने से रोक देती है. ऐसी स्थिति में मरीज के शरीर का इम्यून सिस्टम वायरस से आसानी से लड़ पाता है. साथ ही मरीज के शरीर में नुकसान होने से रोक देता है. जिससे मरीज की जान बच जाती है.