चिक्कमगलुरु : भारत इस साल दिसंबर को एक निजी सैटेलाइट का प्रक्षेपण करेगा. यह भारत की धरती से लॉन्च होने वाला निजी फर्म द्वारा निर्मित भारत का पहला सैटेलाइट है. हालांकि, 2018 में भारत का पहला निजी सैटेलाइट एलोन मस्क के स्पेसएक्स द्वारा अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था. लेकिन इसे कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग वायु सेना बेस से 17 अन्य देशों के 63 अन्य उपग्रहों के साथ लॉन्च किया गया था. आज तक भारत की धरती से कोई सैटेलाइट प्रक्षेपित नहीं हुआ.
वहीं, Pixxel कंपनी द्वारा विकसित यह सैटेलाइट भारतीय धरती से लॉन्च होने वाला भारत का पहला निजी सैटेलाइट होगा. इस सैटेलाइट का नाम और लॉन्चिंग की तारीख अभी तय नहीं की गई है. इस सैटेलाइट को पिछले साल लॉन्च किया जाना था, लेकिन महामारी के चलते यह तब लॉन्च नहीं हो पाया और अब इस दिसंबर तक लॉन्च करने का निश्चित किया गया है. यह सैटेलाइट अन्य सैटेलाइट की तुलना में 50 गुना अधिक डेटा संग्रह कर सकता है.
इस सैटेलाइट को बनाने के पीछे Pixxel कंपनी के सीईओ कर्नाटक निवासी अवैस अहमद हैं. कंपनी की शुरुआत बिड़ला प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, पिलानी (Birla Institute of Technology and Science-BITS Pilani) विश्वविद्यालय से स्नातक प्राप्त अवैस अहमद और क्षितिज खंडेलवाल ने फरवरी 2019 में किया था. यह कंपनी लॉ एंजेल्स (Los Angeles) में 2019 के टेक्स्टार्स स्टार बर्स्ट स्पेश एक्सेलेरैटर (Techstars Starburst Space Accelerator) को क्वालिफाई करने वाला एशिया का एकमात्र स्पेश स्टार्टअप था.
पढ़ें : ISRO के पूर्व अध्यक्ष आर माधवन ने डिस्कवरी साइंस डॉक्यूमेंट्री इंडियाज स्पेस ओडिसी को अपनी आवाज दी
चिक्कमगलुरु जिले के अल्दुर गांव के रहने वाले 23 वर्षीय अवैस अहमद चिक्कमगलुरु में एक मेडिकल स्टोर के मालिक नदीम अहमद के बेटे हैं.
नदीम अहमद ने बताया कि इससे पहले इस सैटेलाइट को रूस से लॉन्च करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन भारतीय धरती से इसरो के जरिए लॉन्च करना अवैस अहमद का सपना है.
केंद्र सरकार ने भी इसकी अनुमति दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 दिसंबर 2020 में इसरो के सीईओ और निजी कंपनियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की थी. इस बातचीत के बाद पीएम मोदी ने अवैस अहमद को केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद देने का वादा किया था.