मैसूरु: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कर्नाटक के मैसूरु यूनिवर्सिटी ((Mysore University Campus)) के चामुंडी हिल परिसर में रविवार को एक तारामंडल 'कॉसमोस' की आधारशिला रखी. कॉसमोस एक तारामंडल होगा, जो एक शिक्षा केंद्र के रूप में भी काम करेगा. यह एक ऐसे मंच के रूप में भी होगा, जो छात्रों तथा शोधार्थियों को विश्लेषण और इस्तेमाल के लिए रियल टाइम और पुराने डाटा भी उपलब्ध कराएगा.
पढ़ें: पीएम मोदी ने पुणे मेट्रो का किया उद्घाटन, टिकट खरीदकर ट्रेन से की यात्रा
कॉसमोस भारत का ऐसा पहला तारामंडल होगा, जो डिजिस्टार 7 सिस्टम और डोमेक्स स्क्रीन (India's first planetarium with a Digistar 7 system and a Domex screen, COSMOS ) से युक्त होगा. यह छात्रों के लिए विज्ञान शिक्षा आउटरीच कार्यक्रम और वैज्ञानिक गतिविधियों का संचालन करेगा. सीतारमण ने कहा कि उन्हें इस बात की जरूरत महसूस होती थी कि कुछ ऐसा विकसित किया जाए जो सिर्फ एक पीढ़ी के लिए फायदेमंद न हो बल्कि उसका लाभ आने वाली कई पीढ़ियां उठा सके. कॉसमोस आने वाली पीढ़ियों को कर्नाटक और भारत के तारामंडलों के कई सदियों की विरासत से सीखने का मौका देगा.
उन्होंने कहा कि आज के जमाने में डाटा नए तेल के समान है लेकिन यह जरूरी है कि हम इसका इस्तेमाल करना जानें. कॉसमोस एक ऐसा केंद्र होगा जहां छात्रों को वैज्ञानिक और फैकल्टी डाटा का इस्तेमाल सिखाएंगे और फिर वे बताएंगे कि इसके परिणाम का इस्तेमाल राज्य, देश और मानवता के लिए कैसे किया जाए. कॉसमोस को 81 करोड़ रुपए की बजट के साथ विकसित किया गया है और इसे निर्मला सीतारमण के सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना का समर्थन भी मिला हुआ है. इसके लिए मैसूरु के जिलाधिकारी ने भी दो करोड़ रुपए आवंटित किए हैं.