सीतापुर : सीतापुर की जेल में बंद सपा सांसद आजम खां की रविवार को अचानक हालत बिगड़ गई. पिछले दिनों वह और उनके बेटे अब्दुल्ला कोरोना संक्रमित पाए गए थे. पॉजिटिव होने के बाद दोनों की जेल के डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा था. रविवार देर शाम को जेल प्रशासन ने लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराने के लिए भेजा है.
जेल में बंद रामपुर से सांसद आजम खां और उनके बेटे अबदुल्ला 1 मई को कोरोना संक्रमित पाए गए थे. सांसद आजम खां के अलावा 13 कैदी भी कोरोना पॉजटिव मिले थे. आजम खां व उनके बेटे अब्दुल्ला सहित सभी बंदियों का जेल में ही उपचार किया जा रहा था. आजम खां के स्वास्थ्य में सुधार न होते देख प्रशासन ने उन्हें व उनके बेटे अबदुल्ला को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराने के लिए भेजा है.
1 मई को लखनऊ जाने से कर दिया था इनकार
बता दें कि सीतापुर जेल में बंद रामपुर के सांसद पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां 1 माई को कोरोना पॉजटिव पाए गए थे. 1 मई की रात को आजम खां को लखनऊ शिफ्ट करने की तैयारी हो रही थी. लेकिन आजम खां ने लखनऊ जाने से साफ इनकार कर दिया था. जिसके बाद उन्हें सीतापुर जेल में आइसोलेशन में रखा गया था. स्वास्थ्य में सुधार होता न देख आजम खां और उनके बेटे को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एंबुलेंस से लखनऊ के मेदांता अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया है.
एक साल से सीतापुर जेल में बंद हैं आजम खां
बता दें कि 26 फरवरी 2020 को आजम खां, उनकी पत्नी तजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला ने रामपुर की अदालत में आत्मसमर्पण किया था. तीनों के ऊपर दस्तावेजों में हेराफेरी करके फर्जी पैन कार्ड और पासपोर्ट बनवाने पर साल 2019 में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मुकदमे में अदालत द्वारा बार-बार बुलाने के बावजूद वे हाजिर नहीं हो रहे थे. लिहाजा कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था. गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद तीनों ने अदालत में आत्मसमर्पण किया और जमानत मांगी, लेकिन अदालत ने उन्हें रामपुर की जिला जेल भेज दिया था. आजम खान की विधायक पत्नी तजीन फातमा को कुछ दिनों पहले ही जमानत मिल गई थी. आजम पर 80 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. जबकि अब्दुल्ला पर 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं.