कोलकाता : पश्चिम बंगाल में इन दिनों 2021 के विधानसभा चुनाव का ग्राफ और कोरोना वायरस के नए मामले नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं. कोरोना वायरस के मामलों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है, विशेषकर बंगाल की राजधानी कोलकाता और उत्तरी 24 परगना में कोरोना संक्रमण मामलों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है. इस कारण यहां लोगों में दहशत का माहौल है.
कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के बावजूद, हजारों लोग राजनीतिक दलों की रैलियों और जुलूसों में शामिल हो रहे हैं और कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले पश्चिम बंगाल देश की एकलौता राज्य था, जहां कोरोना पर लगभग पूरी तरह से काबू पा लिया गया था.
इस दौरान बंगाल में दैनिक कोरोना वायरस के मामले दस से भी कम हो गए थे, जबकि मरने वालों की संख्या शून्य थी.
हालांकि अब हालात बदल गए हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल कोरोना वायरस के कुल 5,000 नए मामले सामने आए हैं.
पिछले दो दिनों के दौरान कोरोना के नए मामलों की संख्या खतरनाक रूप से बढ़ी है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोलकाता और उत्तरी 24 परगना में कोरोना वायरस के नए मामलों की पुष्टि की गई है.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के नए मामलों में वृद्धि के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ गई है.
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बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के रोगियों की कुल संख्या 1.1 मिलियन हो गई है, जबकि इस बीमारी से राज्य में अब तक 11,000 लोगों की मौत हो चुकी है.
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उल्लेखनीय है कि कोलकाता हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सभी राजनीतिक दलों को चुनाव अभियानों, रैलियों और जुलूसों के दौरान कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया था. दूसरी ओर, उत्तर 24 परगना के बैरकपुर संसदीय क्षेत्र में कोरोना वायरस के नए मामलों में तेज वृद्धि हुई है.
इस बीच बैरकपुर पुलिस आयुक्त को कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.