नई दिल्ली: पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के भीतर अंदरुनी कलह जारी है. जिसे खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की है. सोनिया गांधी के साथ करीब डेढ़ घंटे तक मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनकी बातचीत पंजाब की सियासत और डिवेलपमेंट के मुद्दे को लेकर हुई है. हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू पर उन्होंने कुछ भी पहने से इनकार कर दिया.
- क्या नवजोत सिंह सिद्धू बनेंगे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष?
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ इन दिनों राज्य में चल रहे सियासी हलचल को लेकर किसी भी प्रकार के बयान देने से बच रहे हैं, वहीं, दूसरी तरफ पंजाब में नया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को बनाए जाने की अटकलें लगातार जारी है. सूत्रों के मुताबिक, अगर नवजोत सिंह सिद्धू को प्रधान बनाया जाता है तो उनके साथ दो कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए जाएंगे जिसमें एक हिंदू चेहरा और दूसरा ओबीसी वर्ग का चेहरा हो सकता है.
- दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव अमरिंदर का: सूत्र
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, खबरें सामने आ रही है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी से नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष न बनाए जाने की अपील की है. जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने सोनिया गांधी को यह प्रस्ताव भी दिया कि अगर सिद्धू को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाता है तो उनके साथ दो को कार्यकारी अध्यक्ष भी लगाए जाएं. जिसके बाद सिद्धू को इन कार्यकारी अध्यक्षों के साथ मिलकर और उनकी सहमति से काम करना होगा.
- कौन हो सकते हैं कार्यकारी अध्यक्ष
राज्य की कांग्रेस में सियासी उठापटक के बीच खबरें थी कि बटाला से कांग्रेस के नेता अश्विनी सेखड़ी अकाली दल में शामिल होने वाले हैं. जिसके बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आश्वासन के बाद वह कांग्रेस में ही बने हुए हैं. सीएम ने पार्टी की सियासत में उन्हें एक्टिव करने का आश्वासन दिया था. पंजाब में विजेंद्र सिंगला और अश्विनी सेखड़ी दोनों ही पुराने कांग्रेसी हिंदू चेहरे हैं जिनका नाम पंजाब कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर सामने आ रहा है.
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- कौन अमरिंदर का पसंदीदा
सिद्धू को राज्य कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने पर अश्विनी सेखड़ी का नाम इसलिए कार्यकारी अध्यक्ष के लिए सबसे आगे चल रहा है क्योंकि वह अमरिंदर गुट के माने जाते हैं. गुरदासपुर लोकसभा सीट में सबसे ज्यादा हिंदू वोट बैंक है और सुनील जाखड़ भी गुरदासपुर से ही चुनाव लड़ते हैं. जाखड़ के साथ खटपट के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह बटाला से कांग्रेस के पुराने नेता अश्विनी सेखड़ी को आगे लाने का प्रयास कर रहे हैं. सोनिया गांधी के सामने मुख्यमंत्री कैप्टन उनके नाम पर भी सहमति जता चुके हैं. विजय इंद्र सिंगला और अश्विनी सेखड़ी दोनों हिंदू नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह के खास खेमे के माने जाते हैं.
सूत्रों से मुताबिक, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह माझा के मंत्रियों की तरफ से अपना काम तय सीमा में न करने पर उनकी रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप चुके हैं. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि ज्यादातर माझा के मंत्रियों के मंत्रालय में बड़े बदलाव और चरणजीत सिंह चन्नी की जगह किसी अन्य दलित नेता को मंत्री बनाया जा सकता है जिसमें डॉक्टर राजकुमार वेरका और राजकुमार चब्बेवाल का नाम सबसे आगे चल रहा है.