ETV Bharat / bharat

ये मामूली लक्षण हो सकते हैं कोरोना की निशानी, डॉक्टर से मिलें और बरतें सावधानियां - ऑक्सीजन की कमी

कोरोना संक्रमण के इस दौर में लोगों के बीच इसके लक्षण और इलाज को लेकर कन्फ्यूजन बनी हुई है. इसी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए ईटीवी भारत ने आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक डॉ. निर्मल कुमार गांगुली से खास बातचीत की. कोरोना के लक्षण और इलाज को लेकर डॉक्टर गांगुली ने क्या कहा. जानने के लिए पढ़िये हमारी ये रिपोर्ट

सावधानी है जरूरी
सावधानी है जरूरी
author img

By

Published : Apr 27, 2021, 2:20 PM IST

Updated : Apr 27, 2021, 4:39 PM IST

हैदराबाद: कोरोना की दूसरी लहर के बीच रोजाना संक्रमण के लाखों मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन बीते एक साल में कोरोना वायरस और उसके लक्षणों में हुए बदलाव से कई लोग कन्फ्यूज़ हैं. इस कन्फ्यूज़न की वजह से कई लोग लक्षणों से अनजान हैं तो कई लोगों को लक्षण होने के बावजूद समझ नहीं आ रहा कि क्या करें. इसकी वजह वो डर भी है जो कोरोना की दूसरी लहर का वो कहर भी है जिसकी बदौलत हर 24 घंटे में 3 लाख से ज्यादा मामले भी सामने आ रहे हैं और अप्रैल महीने में अचानक मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है.

कोरोना वायरस के लक्षणों से लेकर इलाज तक के ऐसे कई सवाल आपके भी मन में होंगे. ऐसे ही सवालों के साथ ईटीवी भारत संवाददाता मोहम्मद तौसीफ अहमद ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान (आईसीएमआर) के पूर्व महानिदेशक डॉ. निर्मल कुमार गांगुली से खास बातचीत की.

सवाल- पिछले साल की शुरुआत में लोगों ने सिर्फ कोरोना वायरस का नाम सुना था लेकिन इस बार ये डबल म्यूटेंट या ट्रिपल म्यूटेंट की बात हो रही है. एक आम आदमी इसको कैसे समझे.

डॉ. गांगुली- कोई भी वायरस जब किसी शरीर में प्रवेश करता है तो उसमें बदलाव आता है जिसे म्यूटेशन कहा जाता है. म्यूटेशन की ये प्रक्रिया लगातार होती रहती है कई बार एक वायरस में 22 से 23 म्यूटेशन तक हो सकते हैं. कोरोना वायरस का मौजूदा म्यूटेशन पहले म्यूटेंट के मुकाबले अब ज्यादा तेजी से फैल रहा है और युवाओं को भी संक्रमित कर रहा है. इस म्यूटेंट से संक्रमित लोगों को तेज बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत होती है.

सवाल- संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण कई लोग अस्पताल की बजाय होम आइसोलेशन को चुन रहे हैं. आखिर वो क्या लक्षण हैं जिन्हें देखते हुए किसी को अस्पताल जाने या होम आइसोलेशन का फैसला लेना चाहिए.

डॉ. गांगुली- इस म्यूटेंट से संक्रमित व्यक्ति को पहले बुखार आता है फिर में खराश होती है और खांसी आती है. बदन दर्द, सिर दर्द भी इसके सामान्य लक्षण हैं लेकिन सांस लेने में दिक्कत होने पर समस्या गंभीर हो जाती है. ऐसे में आरटी-पीसीआर या एंटीजेन टेस्ट करवाना चाहिए. लक्षण होने के बावजूद अगर टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो दोबारा टेस्ट करवाएं. कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर सीआरपी और प्लेटलेट काउंट जैसी जांच करवानी चाहिए. इनसे कोरोना संक्रमण का स्तर पता चलता है. ऑक्सीजन लेवल 90 से कम आने पर अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है.

सवाल- पिछले साल कोविड-19 के लक्षण सर्दी, बुखार, गले में दर्द, नाक बहना थे लेकिन कई विशेषज्ञ अब आंख लाल होने से लेकर जी मिचलाना और भूख कम लगने को भी इसके लक्षण बता रहे हैं

डॉ. गांगुली- इसके अलावा भी स्वाद का ख़त्म होना और महक ना आना, पेट की समस्या, गैस की समस्या भी कोरोना संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं.

सवाल- बुखार, सर्दी, जुकाम एक साधारण वायरल के भी लक्षण हैं लेकिन कोरोना के दौर में ये लक्षण डरा रहे हैं. इन दिनों कई लोग डॉक्टरी सलाह के बिना ही बुखार या सर्दी जुकाम की दवा खा रहे हैं. ऐसे लोगों को आपकी क्या सलाह है.

कोरोना के लक्षण
कोरोना के लक्षण

डॉ. गांगुली- ऐसा बिल्कुल ना करें क्योंकि ये लक्षण किसी आम बुखार या कोरोना के भी हो सकते हैं. इसलिये लक्षण आने पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाएं ताकि डॉक्टर की सलाह पर सही दवा ले सकें.

सवाल- भाप लेना, गर्म पानी या काढ़ा पीना... इन दिनों ये घरेलू नुस्खे खूब चलन में हैं. इन घरेलू नुस्खों को लेकर आपकी क्या राय है. क्या इनके लिए डॉक्टरी सलाह जरूरी है

एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट की राय

डॉ. गांगुली- इन घरेलू उपाय के लिए डॉक्टरी सलाह की जरूरत नहीं है. भाप जरूर लें, दिन में 3 बार भी ले सकते हैं लेकिन ध्यान रहे की भाप की आंच तेज ना हो क्योंकि इसस् फेफड़ों पर असर पड़ सकता है. इसके अलावा काढ़ा पीने से भी फायदा होता है, काढे में गिलोय मुलेठी जैसे आयुर्वेदिक चीजें फायदा पहुंचाती है. इसके अलावा कोई गरारे करता है, एंडी ऑक्सीडेंट लेते हैं या च्यवनप्राश खाने से लेकर दूध में हल्दी मिलाकर पीने जैसे घरेलू नुस्खे भी विज्ञान पर आधारित हैं.

ये भी पढ़ें- कोविड-19 : जानें देश के किन राज्यों में मुफ्त में लगेगा कोरोना का टीका

हैदराबाद: कोरोना की दूसरी लहर के बीच रोजाना संक्रमण के लाखों मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन बीते एक साल में कोरोना वायरस और उसके लक्षणों में हुए बदलाव से कई लोग कन्फ्यूज़ हैं. इस कन्फ्यूज़न की वजह से कई लोग लक्षणों से अनजान हैं तो कई लोगों को लक्षण होने के बावजूद समझ नहीं आ रहा कि क्या करें. इसकी वजह वो डर भी है जो कोरोना की दूसरी लहर का वो कहर भी है जिसकी बदौलत हर 24 घंटे में 3 लाख से ज्यादा मामले भी सामने आ रहे हैं और अप्रैल महीने में अचानक मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है.

कोरोना वायरस के लक्षणों से लेकर इलाज तक के ऐसे कई सवाल आपके भी मन में होंगे. ऐसे ही सवालों के साथ ईटीवी भारत संवाददाता मोहम्मद तौसीफ अहमद ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान (आईसीएमआर) के पूर्व महानिदेशक डॉ. निर्मल कुमार गांगुली से खास बातचीत की.

सवाल- पिछले साल की शुरुआत में लोगों ने सिर्फ कोरोना वायरस का नाम सुना था लेकिन इस बार ये डबल म्यूटेंट या ट्रिपल म्यूटेंट की बात हो रही है. एक आम आदमी इसको कैसे समझे.

डॉ. गांगुली- कोई भी वायरस जब किसी शरीर में प्रवेश करता है तो उसमें बदलाव आता है जिसे म्यूटेशन कहा जाता है. म्यूटेशन की ये प्रक्रिया लगातार होती रहती है कई बार एक वायरस में 22 से 23 म्यूटेशन तक हो सकते हैं. कोरोना वायरस का मौजूदा म्यूटेशन पहले म्यूटेंट के मुकाबले अब ज्यादा तेजी से फैल रहा है और युवाओं को भी संक्रमित कर रहा है. इस म्यूटेंट से संक्रमित लोगों को तेज बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत होती है.

सवाल- संक्रमण के मामले बढ़ने के कारण कई लोग अस्पताल की बजाय होम आइसोलेशन को चुन रहे हैं. आखिर वो क्या लक्षण हैं जिन्हें देखते हुए किसी को अस्पताल जाने या होम आइसोलेशन का फैसला लेना चाहिए.

डॉ. गांगुली- इस म्यूटेंट से संक्रमित व्यक्ति को पहले बुखार आता है फिर में खराश होती है और खांसी आती है. बदन दर्द, सिर दर्द भी इसके सामान्य लक्षण हैं लेकिन सांस लेने में दिक्कत होने पर समस्या गंभीर हो जाती है. ऐसे में आरटी-पीसीआर या एंटीजेन टेस्ट करवाना चाहिए. लक्षण होने के बावजूद अगर टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो दोबारा टेस्ट करवाएं. कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर सीआरपी और प्लेटलेट काउंट जैसी जांच करवानी चाहिए. इनसे कोरोना संक्रमण का स्तर पता चलता है. ऑक्सीजन लेवल 90 से कम आने पर अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है.

सवाल- पिछले साल कोविड-19 के लक्षण सर्दी, बुखार, गले में दर्द, नाक बहना थे लेकिन कई विशेषज्ञ अब आंख लाल होने से लेकर जी मिचलाना और भूख कम लगने को भी इसके लक्षण बता रहे हैं

डॉ. गांगुली- इसके अलावा भी स्वाद का ख़त्म होना और महक ना आना, पेट की समस्या, गैस की समस्या भी कोरोना संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं.

सवाल- बुखार, सर्दी, जुकाम एक साधारण वायरल के भी लक्षण हैं लेकिन कोरोना के दौर में ये लक्षण डरा रहे हैं. इन दिनों कई लोग डॉक्टरी सलाह के बिना ही बुखार या सर्दी जुकाम की दवा खा रहे हैं. ऐसे लोगों को आपकी क्या सलाह है.

कोरोना के लक्षण
कोरोना के लक्षण

डॉ. गांगुली- ऐसा बिल्कुल ना करें क्योंकि ये लक्षण किसी आम बुखार या कोरोना के भी हो सकते हैं. इसलिये लक्षण आने पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाएं ताकि डॉक्टर की सलाह पर सही दवा ले सकें.

सवाल- भाप लेना, गर्म पानी या काढ़ा पीना... इन दिनों ये घरेलू नुस्खे खूब चलन में हैं. इन घरेलू नुस्खों को लेकर आपकी क्या राय है. क्या इनके लिए डॉक्टरी सलाह जरूरी है

एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट की राय

डॉ. गांगुली- इन घरेलू उपाय के लिए डॉक्टरी सलाह की जरूरत नहीं है. भाप जरूर लें, दिन में 3 बार भी ले सकते हैं लेकिन ध्यान रहे की भाप की आंच तेज ना हो क्योंकि इसस् फेफड़ों पर असर पड़ सकता है. इसके अलावा काढ़ा पीने से भी फायदा होता है, काढे में गिलोय मुलेठी जैसे आयुर्वेदिक चीजें फायदा पहुंचाती है. इसके अलावा कोई गरारे करता है, एंडी ऑक्सीडेंट लेते हैं या च्यवनप्राश खाने से लेकर दूध में हल्दी मिलाकर पीने जैसे घरेलू नुस्खे भी विज्ञान पर आधारित हैं.

ये भी पढ़ें- कोविड-19 : जानें देश के किन राज्यों में मुफ्त में लगेगा कोरोना का टीका

Last Updated : Apr 27, 2021, 4:39 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.