अगरतला : मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक लोगों पर हाल के हमलों पर अपना कड़ा रुख बनाए रखा है. उन्होंने कहा कि यह निहित स्वार्थों द्वारा भारत और बांग्लादेश के लंबे समय से चली आ रहे मैत्री को बाधित करने के लिए सुनियोजित साजिश का एक हिस्सा था.
राजस्थान से महाराजा बीर बिक्रम (एमबीबी) हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद, सीएम देब ने संवाददाताओं से कहा कि उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है और ऐसे हमलों में शामिल लोगों को दुनिया के किसी भी हिस्से में जगह नहीं दी जानी चाहिए.
कट्टरपंथी तत्व भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने पूरी घटना की साजिश रची है. मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने बांग्लादेश सरकार पर भरोसा जताया है और बांग्लादेश के पीएम से सख्ती से कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा, बांग्लादेश ने हाल के दिनों में बहुत प्रगति की है. आर्थिक रूप से वे काफी आगे निकल चुके हैं. मुझे उम्मीद है कि पीएम शेख हसीना के नेतृत्व वाली बांग्लादेश सरकार कट्टरपंथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. उस देश की सरकार को इस कट्टरवाद से मजबूती से निपटना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि घटना के सिलसिले में गिरफ्तार व्यक्ति का संबंध कट्टरपंथी संगठन से है.
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देब ने कहा, उनकी जो भी योजनाएं हों, मुझे यकीन है कि बांग्लादेश प्रशासन द्विपक्षीय संबंधों को अलग करने के उनके प्रयासों को विफल कर देगा. इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ माणिक साहा ने भी हिंसक घटनाओं का विरोध किया है और बांग्लादेश में रहने हिंदू लोगों के प्रति एकजुटता व्यक्त की है.
एक बयान में कहा गया, हाल ही में दुर्गा पूजा पंडालों पर हुए हमलों से बांग्लादेश में रहने वाले लाखों हिंदू लोगों के मन में आतंक का भय हो गया है. आज वे एक भय-मनोविकार से गुजर रहे हैं और बांग्लादेश सरकार को अल्पसंख्यक लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए तेजी से कार्य करना चाहिए.
पार्टी के बयान में यह भी कहा गया है कि कट्टरपंथी शक्तियां एक बार फिर बांग्लादेश में अपना सिर उठाने की कोशिश कर रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप देश में हिंदू विरोधी हिंसा फिर से शुरू हो गई है. बयान में कहा गया है, इसमें शामिल सभी लोगों को कठघरे में लाया जाना चाहिए और कड़ी सजा दी जानी चाहिए.