अररिया : बिहार के अररिया में घर में घुसकर पत्रकार विमल यादव हत्याकांड पर बड़ा खुलासा हुआ है. साजिश के तार दो जिलों की अलग-अलग जेलों से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं. अररिया पुलिस ने इस मामले में 4 अपराधियों को गिरफ्तार किया है. सुपौल और अररिया जेल से इस सनसनीखेज हत्याकांड की साजिश रची गई थी. कुल 6 अपराधियों ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया.
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4 बदमाश गिरफ्तार : अररिया एसपी के मुताबिक हत्याकांड से जुड़े दो मास्टरमाइंड अपराधी पहले से ही जेल में बंद हैं. पुलिस ने 4 बदमाशों को पत्रकार के मर्डर के बाद पकड़ा है जबकि 2 अभी भी फरार हैं. पुलिस की स्पेशल टीम इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. इस हत्याकांड में मृत पत्रकार के पिता हरेंद्र प्रसाद सिंह की एफआईआर के आधार पर 8 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. विमल यादव के पिता ने कहा कि उनके बेटे ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी. लेकिन उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अगर इस मामले में न्याय मिल गया होता तो ये हत्या न होती.
जेल से रची गई मर्डर की साजिश : दरअसल, ये पूरा मामला गब्बू हत्याकांड से जुड़ा हुआ है. विमल यादव अपने भाई की हत्या का गवाह भी था. उसकी गवाही होनी थी, लेकिन उससे पहले ही अपराधियों ने दो अलग अलग जेल में बैठकर पत्रकार के मर्डर का खौफनाक प्लान बनाया. बस इसे अंजाम देने वालों की जरूरत थी. इस मामले का खुलासा करते हुए अररिया के एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि जेल के बाहर 6 बदमाशों की संलिप्तता पाई गई. जिनमें से 4 को दबोच लिया गया है.
''पत्रकार विमल यादव हत्याकांड का प्लान अररिया और सुपौल जेल में तैयार किया गया. अररिया पुलिस ने इस केस में 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. दो पहले से ही जेल में बंद हैं जबकि फरार दो अन्य बदमाशों की तलाशी के लिए छापेमारी की जा रही है.''- अशोक कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक, अररिया
फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी : गिरफ्तार किए गए आरोपितों में भरगामा थाना क्षेत्र के भरना गांव के रहने वाले विपिन यादव, रानीगंज के बेलसरा का रहने वाला बदमाश भवेश यादव, रानीगंज के कोशिकापुर का उमेश यादव और आशीष यादव इस हत्याकांड में शामिल हैं. गिरफ्तार अपराधियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. उनके बताए इनपुट पर अररिया पुलिस दबिश डाल रही है.
पत्रकार हत्याकांड पर सियासत भी गर्म : जब से पत्रकार विमल यादव की हत्या हुई है तब से सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर विपक्ष हमलावर है. सीएम नीतीश ने भी इस मामले में जल्द और सख्त कार्रवाई का निर्देश अफसरों को दिया है. कहीं न कहीं पुलिस इस केस में तत्परता से जुटकर खुलासे कर रही है. इधर बीजेपी लगातार नीतीश सरकार को जंगलराज पार्ट-2 की सरकार कहकर संबोधित कर रही है.