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राहुल के केदारनाथ दौरे से कांग्रेस का जोश हाई, पार्टी को मिली नई Energy

Congress will get big benefit from Rahul Gandhi Kedarnath visit राहुल गांधी की केदारनाथ यात्रा से उत्तराखंड में कांग्रेस को नई ऊर्जा मिली है. पार्टी के तमाम कार्यकर्ता राहुल गांधी की केदारनाथ यात्रा से गदगद है, जिसका फायदा कांग्रेस आगामी चुनाव में उठाएगी.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 7, 2023, 8:13 PM IST

देहरादून: अपने तीन दिवसीय केदारनाथ दौरे के बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी सात नवंबर मंगलवार को दिल्ली रवाना हो गए हैं. हालांकि इस दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी है, लेकिन राहुल गांधी के इस दौरे को कांग्रेस एक सजीवनी की तरह देख रही है. केदारनाथ में राहुल गांधी ने भले ही बीजेपी का नाम भी नहीं लिया, लेकिन कांग्रेस को लगता है कि वो जो संदेश देने आए थे, वो देकर चल गए.

  • बाबा केदारनाथ धाम के पांडा पुरोहित समाज ने श्री राहुल गांधी जी का दिव्या स्वागत किया।

    16 जून 2013 में आई केदारनाथ‌ आपदा को याद करते हुए धाम के पांडा पुरोहितों ने कहा आपदा की विकट परिस्थितियों में भी राहुल गांधी जी 30 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन… pic.twitter.com/NPeHJ69Eu2

    — Karan Mahara (@KaranMahara_INC) November 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भक्तों से बीच बिताया समय: राहुल गांधी के केदारनाथ दौरे से कांग्रेस गदगद नजर आ रही है. कांग्रेस का मानना है कि राहुल गांधी के केदारनाथ दौरे से पार्टी कार्यकर्ताओं को एक नई ऊर्जा मिलेगी. क्योंकि राहुल गांधी ने केदारनाथ में न सिर्फ भक्ति की, बल्कि केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित के बीच भी लंबा समय बिताया और उनकी समस्याओं को भी सुना. इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों से आए भक्तों से भी राहुल गांधी ने बातचीत की.

  • श्री केदारनाथ मंदिर की महाभिषेक पूजा में शामिल हुए @RahulGandhi जी।

    बाबा केदार सभी देशवासियों का जीवन सुख-शांति से परिपूर्ण करें। pic.twitter.com/ip4m4bTR5s

    — Congress (@INCIndia) November 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
पढ़ें-
राहुल गांधी की तीन दिवसीय केदारनाथ यात्रा संपन्न, दर्शन पूजन और भंडारे के साथ जानिए दौरे की हर बात

राहुल गांधी के संदेश: राहुल गांधी ने केदारनाथ में एक वीआईपी के तौर पर नहीं, बल्कि आम आदमी की तरह समय बिताया है. कांग्रेस का कहना है कि ऐसे करके राहुल गांधी ने बड़ा संदेश दिया है. क्योंकि वो यहां एक साधारण भक्त की तरह ही रहे हैं. राहुल गांधी केदारनाथ में एक छोटे से कमरे में ही रूके थे.

मजदूरों और भक्तों से साथ की लंबी चर्चा: राहुल गांधी ने केदारनाथ पुर्ननिर्माण में लगे मजदूरों से भी बात की है, हालांकि उनसे उन्होंने क्या बात की, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. राहुल गांधी बीते कुछ समय से इसी तरह मजदूरों, कुलियों और सब्जी मंडी में जाकर अलग-अलग लोगों के बात कर रहे है. पढ़ें- राहुल गांधी ने केदारनाथ धाम में लगाया भंडारा, भक्तों को चाय पिलाई, मोदी-मोदी के नारों से खीझे कांग्रेसी

उत्तराखंड में कांग्रेस को मिलेगी ऊर्जा: उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के इतने व्यस्त कार्यक्रम के बीच राहुल गांधी केदारनाथ धाम में आकर रूके, इससे साफ पता चलता है कि भगवान की प्रति उनकी आस्था कितनी है. साथ ही राहुल गांधी का केदारनाथ दौरा उनका उत्तराखंड के प्रति उनके प्रेम को भी दिखाता है. करण माहरा का कहना है कि राहुल गांधी के केदारनाथ दौरा 100 प्रतिशत आध्यात्मिक है.

uttarakhand
राहुल के केदारनाथ दौरे से कांग्रेस का जोश हाई

कांग्रेस नेताओं का बयान: वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि भले ही राहुल गांधी की पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात नहीं हुई हो, लेकिन उनका संदेश सभी नेताओ के लिए साफ है कि वो उत्तराखंड की जनता और यहां के कार्यकर्ताओं के साथ खड़े है. गणेश गोदियाल का मानना है कि यदि राहुल गांधी केदारनाथ से कोई मैसेज रिकॉर्ड करके ले गए है तो उसमें प्रदेश के ही नहीं, बल्कि देश की जनता के लिए कुछ खास होगा.
पढ़ें- भाजपा ने राहुल पर साधा निशाना, कहा- केदारनाथ के दर्शन व भंडारा सिर्फ चुनावी एजेंडा

बीजेपी घेरने में जुटी: राहुल गांधी के केदारनाथ दौरे से जहां कांग्रेस उत्साहित है, तो वहीं बीजेपी कांग्रेस और राहुल गांधी पर तंज कसने में लगी हुई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का कहना है कि अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे है, इसीलिए राहुल गांधी को अब बाबा केदार की याद आई. राहुल गांधी चुनावों के बीच दिखाने आए है कि वो भगवान के भक्त है, जबकि ये सिर्फ दिखावा है और कुछ नहीं. कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का कहना कि राहुल कितना भी भगवान के दर पर माथा टेक ले, लेकिन जनता कांग्रेस को पहले की तरह की रिजल्ट देगी.

Rahul Gandhi
राहुल गांधी तीन दिनों तक केदारनाथ में रहे.

क्या कहते है जानकार: उत्तराखंड की राजनीति की बेहतर समझ रखने वाले और वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि किसी बड़े राजनेता का धार्मिक स्थल, शहर या गांव में जाना एक बड़ा संदेश देता है. राहुल गांधी भी केदारनाथ में तीन दिन तक रुके है, तो उनका संदेश भी ठीक वैसे ही है, जैसा पीएम का किसी धार्मिक स्थल पर रुकने का हो सकता है.

Rahul Gandhi
केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों से मिले राहुल गांधी.
पढ़ें- Watch: राहुल गांधी ने केदारनाथ में किए आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के दर्शन, पूजा अर्चना कर लिया आशीर्वाद

जय सिंह रावत का कहना कि बीजेपी नेताओं को मंदिर में जाने के अधिक लाभ मिलता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी को लोग नजरअंदाज ही कर देंगे. कांग्रेस के पास भी अब कहने को है कि उनके सबसे बड़े नेता राहुल गांधी भी तीन दिनों तक केदारनाथ में भक्तों के सरोबार में डूबे रहे.

Rahul Gandhi
केदारनाथ में राहुल गांधी ने मीडिया से बनाई रखी दूरी.

अगर वो यहां से कुछ वीडियो रिकॉर्ड करके ले गए है तो उसका असर भी आने वाले दिनों में देखने के लिए मिलेगा. मसलन जो कांग्रेस कुछ दिनों से कोई मुद्दा नहीं भुना पा रही थी वो फ़िलहाल राहुल के आने से एक्टिव हो गई है. बीजेपी के बड़े नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी कर रहे है, ये भी कांग्रेस के लिए फायदे का ही सौदा है.

देहरादून: अपने तीन दिवसीय केदारनाथ दौरे के बाद कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी सात नवंबर मंगलवार को दिल्ली रवाना हो गए हैं. हालांकि इस दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी है, लेकिन राहुल गांधी के इस दौरे को कांग्रेस एक सजीवनी की तरह देख रही है. केदारनाथ में राहुल गांधी ने भले ही बीजेपी का नाम भी नहीं लिया, लेकिन कांग्रेस को लगता है कि वो जो संदेश देने आए थे, वो देकर चल गए.

  • बाबा केदारनाथ धाम के पांडा पुरोहित समाज ने श्री राहुल गांधी जी का दिव्या स्वागत किया।

    16 जून 2013 में आई केदारनाथ‌ आपदा को याद करते हुए धाम के पांडा पुरोहितों ने कहा आपदा की विकट परिस्थितियों में भी राहुल गांधी जी 30 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन… pic.twitter.com/NPeHJ69Eu2

    — Karan Mahara (@KaranMahara_INC) November 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भक्तों से बीच बिताया समय: राहुल गांधी के केदारनाथ दौरे से कांग्रेस गदगद नजर आ रही है. कांग्रेस का मानना है कि राहुल गांधी के केदारनाथ दौरे से पार्टी कार्यकर्ताओं को एक नई ऊर्जा मिलेगी. क्योंकि राहुल गांधी ने केदारनाथ में न सिर्फ भक्ति की, बल्कि केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित के बीच भी लंबा समय बिताया और उनकी समस्याओं को भी सुना. इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों से आए भक्तों से भी राहुल गांधी ने बातचीत की.

  • श्री केदारनाथ मंदिर की महाभिषेक पूजा में शामिल हुए @RahulGandhi जी।

    बाबा केदार सभी देशवासियों का जीवन सुख-शांति से परिपूर्ण करें। pic.twitter.com/ip4m4bTR5s

    — Congress (@INCIndia) November 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
पढ़ें- राहुल गांधी की तीन दिवसीय केदारनाथ यात्रा संपन्न, दर्शन पूजन और भंडारे के साथ जानिए दौरे की हर बात

राहुल गांधी के संदेश: राहुल गांधी ने केदारनाथ में एक वीआईपी के तौर पर नहीं, बल्कि आम आदमी की तरह समय बिताया है. कांग्रेस का कहना है कि ऐसे करके राहुल गांधी ने बड़ा संदेश दिया है. क्योंकि वो यहां एक साधारण भक्त की तरह ही रहे हैं. राहुल गांधी केदारनाथ में एक छोटे से कमरे में ही रूके थे.

मजदूरों और भक्तों से साथ की लंबी चर्चा: राहुल गांधी ने केदारनाथ पुर्ननिर्माण में लगे मजदूरों से भी बात की है, हालांकि उनसे उन्होंने क्या बात की, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. राहुल गांधी बीते कुछ समय से इसी तरह मजदूरों, कुलियों और सब्जी मंडी में जाकर अलग-अलग लोगों के बात कर रहे है. पढ़ें- राहुल गांधी ने केदारनाथ धाम में लगाया भंडारा, भक्तों को चाय पिलाई, मोदी-मोदी के नारों से खीझे कांग्रेसी

उत्तराखंड में कांग्रेस को मिलेगी ऊर्जा: उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के इतने व्यस्त कार्यक्रम के बीच राहुल गांधी केदारनाथ धाम में आकर रूके, इससे साफ पता चलता है कि भगवान की प्रति उनकी आस्था कितनी है. साथ ही राहुल गांधी का केदारनाथ दौरा उनका उत्तराखंड के प्रति उनके प्रेम को भी दिखाता है. करण माहरा का कहना है कि राहुल गांधी के केदारनाथ दौरा 100 प्रतिशत आध्यात्मिक है.

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राहुल के केदारनाथ दौरे से कांग्रेस का जोश हाई

कांग्रेस नेताओं का बयान: वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि भले ही राहुल गांधी की पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात नहीं हुई हो, लेकिन उनका संदेश सभी नेताओ के लिए साफ है कि वो उत्तराखंड की जनता और यहां के कार्यकर्ताओं के साथ खड़े है. गणेश गोदियाल का मानना है कि यदि राहुल गांधी केदारनाथ से कोई मैसेज रिकॉर्ड करके ले गए है तो उसमें प्रदेश के ही नहीं, बल्कि देश की जनता के लिए कुछ खास होगा.
पढ़ें- भाजपा ने राहुल पर साधा निशाना, कहा- केदारनाथ के दर्शन व भंडारा सिर्फ चुनावी एजेंडा

बीजेपी घेरने में जुटी: राहुल गांधी के केदारनाथ दौरे से जहां कांग्रेस उत्साहित है, तो वहीं बीजेपी कांग्रेस और राहुल गांधी पर तंज कसने में लगी हुई है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का कहना है कि अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे है, इसीलिए राहुल गांधी को अब बाबा केदार की याद आई. राहुल गांधी चुनावों के बीच दिखाने आए है कि वो भगवान के भक्त है, जबकि ये सिर्फ दिखावा है और कुछ नहीं. कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल का कहना कि राहुल कितना भी भगवान के दर पर माथा टेक ले, लेकिन जनता कांग्रेस को पहले की तरह की रिजल्ट देगी.

Rahul Gandhi
राहुल गांधी तीन दिनों तक केदारनाथ में रहे.

क्या कहते है जानकार: उत्तराखंड की राजनीति की बेहतर समझ रखने वाले और वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत का कहना है कि किसी बड़े राजनेता का धार्मिक स्थल, शहर या गांव में जाना एक बड़ा संदेश देता है. राहुल गांधी भी केदारनाथ में तीन दिन तक रुके है, तो उनका संदेश भी ठीक वैसे ही है, जैसा पीएम का किसी धार्मिक स्थल पर रुकने का हो सकता है.

Rahul Gandhi
केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों से मिले राहुल गांधी.
पढ़ें- Watch: राहुल गांधी ने केदारनाथ में किए आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के दर्शन, पूजा अर्चना कर लिया आशीर्वाद

जय सिंह रावत का कहना कि बीजेपी नेताओं को मंदिर में जाने के अधिक लाभ मिलता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी को लोग नजरअंदाज ही कर देंगे. कांग्रेस के पास भी अब कहने को है कि उनके सबसे बड़े नेता राहुल गांधी भी तीन दिनों तक केदारनाथ में भक्तों के सरोबार में डूबे रहे.

Rahul Gandhi
केदारनाथ में राहुल गांधी ने मीडिया से बनाई रखी दूरी.

अगर वो यहां से कुछ वीडियो रिकॉर्ड करके ले गए है तो उसका असर भी आने वाले दिनों में देखने के लिए मिलेगा. मसलन जो कांग्रेस कुछ दिनों से कोई मुद्दा नहीं भुना पा रही थी वो फ़िलहाल राहुल के आने से एक्टिव हो गई है. बीजेपी के बड़े नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी कर रहे है, ये भी कांग्रेस के लिए फायदे का ही सौदा है.

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