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राहुल के वीडियो पर ‘झूठ’ फैलाने के लिए माफी मांगे भाजपा, अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी: कांग्रेस

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से जुड़े एक वीडियो को लेकर पार्टी के नेता जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष नड्डा को पत्र लिखा है. उन्होंने भाजपा पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि भाजपा इसके लिए माफी मांगे.

पार्टी महासचिव जयराम रमेश
पार्टी महासचिव जयराम रमेश
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Published : Jul 2, 2022, 10:10 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस ने राहुल गांधी से जुड़े एक वीडियो को भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए जाने के बाद शनिवार को कहा कि यह वीडियो 'फर्जी खबर' के रूप में फैलाया गया है. अगर भाजपा एवं उसके नेताओं ने इसके लिए माफी नहीं मांगी, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखकर कहा है कि वह 'झूठ' फैलाने के लिए अपने नेताओं की तरफ से माफी मांगें.

दरअसल, यह वीडियो एक समाचार चैनल से संबंधित है. कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड स्थित उनके कार्यालय पर एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले के संदर्भ में उसके पूर्व अध्यक्ष ने एक टिप्पणी की, जिसे इस चैनल ने उदयपुर की घटना से जोड़कर पेश कर दिया. राहुल गांधी ने इसी प्रकरण की तरफ इशारा करते हुए ट्वीट किया, 'दुष्प्रचार और झूठ ही भाजपा-आरएसएस की नींव है. देश को नफ़रत की आग में झोंक कर हाथ सेंकने वाली भाजपा-आरएसएस का इतिहास पूरा हिंदुस्तान जानता है. ये देशद्रोही चाहे जितना तोड़ने का काम कर लें, कांग्रेस उससे ज़्यादा भारत जोड़ने का काम करती रहेगी.'

नड्डा को लिखे पत्र में रमेश ने कहा, 'मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि आपकी पार्टी के कुछ सहयोगियों ने जानबूझकर एक चैनल पर कल (1 जुलाई) प्रसारित हुई एक शरारतपूर्ण रिपोर्ट को साझा किया है. वास्तविक वीडियो में राहुल गांधी उनके वायनाड कार्यालय पर एसएफआई द्वारा की गई हिंसा के संबंध में टिप्पणी कर रहे थे, लेकिन चैनल द्वारा उसे जानबूझकर और शरारतपूर्ण ढंग से काट-छांट करके इस प्रकार से प्रस्तुत किया गया, जैसे कि यह टिप्पणी उदयपुर में कन्हैया लाल की जघन्य हत्या के संबंध में थी.'

उन्होंने कहा, 'इस बात को हमारी ओर से तुरंत सभी संबंधित लोगों के ध्यान में लाया गया कि यह रिपोर्ट नितांत झूठी है और भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए जानबूझकर इसे प्रसारित किया गया है. वास्तव में, किसी भी अन्य चैनल ने इस क्लिप को इस प्रकार जानबूझकर मनगढ़ंत और विकृत तरीके से प्रस्तुत नहीं किया.' रमेश का कहना था, 'इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि आपकी पार्टी के कई सहयोगियों-राज्यवर्धन राठौर, सुब्रत पाठक, कमलेश सैनी, कई विधायक और अन्य लोगों ने बड़े उत्साहपूर्वक और कोई सत्यापन किए बिना जानबूझकर इस मनगढ़ंत और विकृत रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर प्रकाशित और साझा किया.'

उन्होंने कहा, 'हमने पहले ही मूल प्रसारणकर्ता चैनल के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. हम आशा करते हैं कि आप और आपकी पार्टी के सहयोगी इस तरह के झूठ फैलाना बंद करेंगे और ऐसी हरकतों से बाज आएंगे. इसके अतिरिक्त, मुझे आशा है कि आप अपने उन सहयोगियों की ओर से तुरंत उचित माफीनामा जारी करेंगे, जिन्होंने सच्चाई का इस तरह से घोर अपमान किया है.'

पढ़ें- उदयपुर बर्बरता पर बोले राहुल गांधी-हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को मिले तुरंत सजा, बीजेपी नेताओं ने उठाए ये सवाल

कांग्रेस महासचिव ने चेतावनी दी, 'अगर यह माफीनामा आज जारी नहीं किया जाता तो हम आपकी पार्टी और उसके उन नेताओं के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे, जो इस तरह के गैर-जिम्मेदार और आपराधिक तरीके से सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने पर जोर देते हैं.' उधर, राठौर की ओर से ट्विटर पर राहुल गांधी से जुड़े इस वीडियो को साझा किए जाने पर माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ने इसे 'फ्लैग' करते हुए लिखा है, 'इस मीडिया को संदर्भ से हटकर पेश किया गया है.' सोशल मीडिया पर वायरल एक क्लिप में दिख रहा है कि चैनल ने इस गलती के लिए खेद प्रकट किया है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : कांग्रेस ने राहुल गांधी से जुड़े एक वीडियो को भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए जाने के बाद शनिवार को कहा कि यह वीडियो 'फर्जी खबर' के रूप में फैलाया गया है. अगर भाजपा एवं उसके नेताओं ने इसके लिए माफी नहीं मांगी, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को पत्र लिखकर कहा है कि वह 'झूठ' फैलाने के लिए अपने नेताओं की तरफ से माफी मांगें.

दरअसल, यह वीडियो एक समाचार चैनल से संबंधित है. कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायनाड स्थित उनके कार्यालय पर एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर किए गए हमले के संदर्भ में उसके पूर्व अध्यक्ष ने एक टिप्पणी की, जिसे इस चैनल ने उदयपुर की घटना से जोड़कर पेश कर दिया. राहुल गांधी ने इसी प्रकरण की तरफ इशारा करते हुए ट्वीट किया, 'दुष्प्रचार और झूठ ही भाजपा-आरएसएस की नींव है. देश को नफ़रत की आग में झोंक कर हाथ सेंकने वाली भाजपा-आरएसएस का इतिहास पूरा हिंदुस्तान जानता है. ये देशद्रोही चाहे जितना तोड़ने का काम कर लें, कांग्रेस उससे ज़्यादा भारत जोड़ने का काम करती रहेगी.'

नड्डा को लिखे पत्र में रमेश ने कहा, 'मैं यह जानकर स्तब्ध हूं कि आपकी पार्टी के कुछ सहयोगियों ने जानबूझकर एक चैनल पर कल (1 जुलाई) प्रसारित हुई एक शरारतपूर्ण रिपोर्ट को साझा किया है. वास्तविक वीडियो में राहुल गांधी उनके वायनाड कार्यालय पर एसएफआई द्वारा की गई हिंसा के संबंध में टिप्पणी कर रहे थे, लेकिन चैनल द्वारा उसे जानबूझकर और शरारतपूर्ण ढंग से काट-छांट करके इस प्रकार से प्रस्तुत किया गया, जैसे कि यह टिप्पणी उदयपुर में कन्हैया लाल की जघन्य हत्या के संबंध में थी.'

उन्होंने कहा, 'इस बात को हमारी ओर से तुरंत सभी संबंधित लोगों के ध्यान में लाया गया कि यह रिपोर्ट नितांत झूठी है और भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए जानबूझकर इसे प्रसारित किया गया है. वास्तव में, किसी भी अन्य चैनल ने इस क्लिप को इस प्रकार जानबूझकर मनगढ़ंत और विकृत तरीके से प्रस्तुत नहीं किया.' रमेश का कहना था, 'इससे भी बड़ी चिंता की बात यह है कि आपकी पार्टी के कई सहयोगियों-राज्यवर्धन राठौर, सुब्रत पाठक, कमलेश सैनी, कई विधायक और अन्य लोगों ने बड़े उत्साहपूर्वक और कोई सत्यापन किए बिना जानबूझकर इस मनगढ़ंत और विकृत रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर प्रकाशित और साझा किया.'

उन्होंने कहा, 'हमने पहले ही मूल प्रसारणकर्ता चैनल के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. हम आशा करते हैं कि आप और आपकी पार्टी के सहयोगी इस तरह के झूठ फैलाना बंद करेंगे और ऐसी हरकतों से बाज आएंगे. इसके अतिरिक्त, मुझे आशा है कि आप अपने उन सहयोगियों की ओर से तुरंत उचित माफीनामा जारी करेंगे, जिन्होंने सच्चाई का इस तरह से घोर अपमान किया है.'

पढ़ें- उदयपुर बर्बरता पर बोले राहुल गांधी-हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को मिले तुरंत सजा, बीजेपी नेताओं ने उठाए ये सवाल

कांग्रेस महासचिव ने चेतावनी दी, 'अगर यह माफीनामा आज जारी नहीं किया जाता तो हम आपकी पार्टी और उसके उन नेताओं के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे, जो इस तरह के गैर-जिम्मेदार और आपराधिक तरीके से सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने पर जोर देते हैं.' उधर, राठौर की ओर से ट्विटर पर राहुल गांधी से जुड़े इस वीडियो को साझा किए जाने पर माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ने इसे 'फ्लैग' करते हुए लिखा है, 'इस मीडिया को संदर्भ से हटकर पेश किया गया है.' सोशल मीडिया पर वायरल एक क्लिप में दिख रहा है कि चैनल ने इस गलती के लिए खेद प्रकट किया है.

(पीटीआई-भाषा)

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