ETV Bharat / bharat

I.N.D.I.A. गठबंधन में सीटों के बंटवारे से पहले कांग्रेस 500 संसदीय सीटों का सर्वेक्षण करेगी

Congress : लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे से पहले कांग्रेस लगभग 500 संसदीय सीटों का सर्वक्षण कराएगी. यह काम इसी माह शुरू किए जाने के साथ ही पूरा कर लिया जाएगा. यह जानकारी एआईसीसी के महाराष्ट्र प्रभारी आशीष दुआ ने दी. पढ़िए ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता अमित अग्निहोत्री की रिपोर्ट...INDIA alliance INDIA alliance

author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 6, 2024, 4:46 PM IST

Congress
कांग्रेस

नई दिल्ली : कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों के लिए इंडिया गठबंधन सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू करने से पूर्व देश भर की 543 में से करीब 500 संसदीय क्षेत्रों का सर्वेक्षण करने की योजना बना रही है. इसके लिए पार्टी एआईसीसी पर्यवेक्षकों को भेजेगी. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षक 500 सीटों पर जमीनी स्तर की स्थिति का सर्वेक्षण करेंगे और राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य प्राप्त करने के लिए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को फीडबैक देंगे.

सर्वेक्षण से कांग्रेस को अधिकांश सीटों पर तैयारी करने में मदद मिलेगी और पार्टी को सीट-बंटवारे के हिस्से के रूप में आने वाली किसी भी सीट पर मैदान में उतरने का मौका मिलेगा. इस बारे में सीडब्ल्यूसी सदस्य ने कहा कि हमें देश भर में अधिकांश सीटों की गतिशीलता को जानना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें एक ऐसी सीट मिल सकती है जिस पर हमने चुनाव लड़ा है और हमें संदेह में नहीं रहना चाहिए साथ ही हमें अपने सहयोगी की मदद करने की स्थिति में होना चाहिए.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षकों की नियुक्ति का कदम क्लस्टर वार प्रभारियों की नियुक्ति के बाद उठाया गया है जो संभावित उम्मीदवारों के चयन में भूमिका निभाएंगे. सूत्रों का कहना है कि पर्यवेक्षकों को संभावित उम्मीदवारों और स्थानीय मुद्दों की पहचान में क्लस्टर प्रमुखों की सहायता करने के लिए भी कहा जा सकता है. यह कदम राष्ट्रीय स्तर पर सीट-बंटवारे का खाका तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय कांग्रेस गठबंधन पैनल द्वारा राज्यवार भारतीय गठबंधन दलों के साथ बातचीत शुरू करने से कुछ दिन पहले उठाया गया है.

इसी कड़ी में एआईसीसी के महाराष्ट्र प्रभारी आशीष दुआ ने बताया कि शुरुआती कुछ रुकावटें हो सकती हैं लेकिन इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने इस काम इसी महीने शुरू करने के साथ ही पूरा कर लिया जाएगा. दुआ के अनुसार सत्तारूढ़ दल द्वारा बनाई जा रही धारणा की तुलना में विपक्षी गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का मुकाबला करने के लिए बेहतर स्थिति में है.

उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा का वोट शेयर 37 प्रतिशत था जब वे राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में चरम पर थे. लेकिन इस बार जद-यू और शिवसेना जैसे प्रमुख सहयोगी बाहर हैं. इसके विपरीत, विपक्ष का वोट शेयर लगभग 63 प्रतिशत था लेकिन वह एकजुट नहीं था. दुआ ने कहा कि भाजपा राज्यों में चरम पर नहीं जा रही है, लेकिन अगर विपक्षी वोट एकजुट होते हैं तो यह 2024 के चुनावों के नतीजे पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने पहले ही सहयोगी दल शिवसेना यूबीटी और एनसीपी को अनौपचारिक रूप से बता दिया है कि उसे महाराष्ट्र में 23/48 सीटें मिलनी चाहिए. साथ ही पार्टी ने पश्चिम बंगाल में 12/42 और बिहार में 12/40 संभावित सीटों की पहचान की है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि इसी तरह उत्तर प्रदेश के नेता 15/80 सीटों के लिए दावा कर सकते हैं. 2019 में, कांग्रेस ने लगभग 421 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल 52 सीटें जीतीं थी. तब बिहार में राजद, झारखंड में झामुमो, तमिलनाडु में द्रमुक, कर्नाटक में जद-एस और महाराष्ट्र में राकांपा के साथ गठबंधन था. हालांकि इस बार कांग्रेस 28 सदस्यीय भारतीय गठबंधन की अगुवाई कर रही है.

ये भी पढ़ें - 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का लोगो लॉन्च, 14 जनवरी से यात्रा, मित्र दलों को भी आमंत्रण

नई दिल्ली : कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों के लिए इंडिया गठबंधन सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू करने से पूर्व देश भर की 543 में से करीब 500 संसदीय क्षेत्रों का सर्वेक्षण करने की योजना बना रही है. इसके लिए पार्टी एआईसीसी पर्यवेक्षकों को भेजेगी. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षक 500 सीटों पर जमीनी स्तर की स्थिति का सर्वेक्षण करेंगे और राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य प्राप्त करने के लिए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को फीडबैक देंगे.

सर्वेक्षण से कांग्रेस को अधिकांश सीटों पर तैयारी करने में मदद मिलेगी और पार्टी को सीट-बंटवारे के हिस्से के रूप में आने वाली किसी भी सीट पर मैदान में उतरने का मौका मिलेगा. इस बारे में सीडब्ल्यूसी सदस्य ने कहा कि हमें देश भर में अधिकांश सीटों की गतिशीलता को जानना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें एक ऐसी सीट मिल सकती है जिस पर हमने चुनाव लड़ा है और हमें संदेह में नहीं रहना चाहिए साथ ही हमें अपने सहयोगी की मदद करने की स्थिति में होना चाहिए.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षकों की नियुक्ति का कदम क्लस्टर वार प्रभारियों की नियुक्ति के बाद उठाया गया है जो संभावित उम्मीदवारों के चयन में भूमिका निभाएंगे. सूत्रों का कहना है कि पर्यवेक्षकों को संभावित उम्मीदवारों और स्थानीय मुद्दों की पहचान में क्लस्टर प्रमुखों की सहायता करने के लिए भी कहा जा सकता है. यह कदम राष्ट्रीय स्तर पर सीट-बंटवारे का खाका तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय कांग्रेस गठबंधन पैनल द्वारा राज्यवार भारतीय गठबंधन दलों के साथ बातचीत शुरू करने से कुछ दिन पहले उठाया गया है.

इसी कड़ी में एआईसीसी के महाराष्ट्र प्रभारी आशीष दुआ ने बताया कि शुरुआती कुछ रुकावटें हो सकती हैं लेकिन इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने इस काम इसी महीने शुरू करने के साथ ही पूरा कर लिया जाएगा. दुआ के अनुसार सत्तारूढ़ दल द्वारा बनाई जा रही धारणा की तुलना में विपक्षी गठबंधन लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का मुकाबला करने के लिए बेहतर स्थिति में है.

उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा का वोट शेयर 37 प्रतिशत था जब वे राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, बिहार और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में चरम पर थे. लेकिन इस बार जद-यू और शिवसेना जैसे प्रमुख सहयोगी बाहर हैं. इसके विपरीत, विपक्ष का वोट शेयर लगभग 63 प्रतिशत था लेकिन वह एकजुट नहीं था. दुआ ने कहा कि भाजपा राज्यों में चरम पर नहीं जा रही है, लेकिन अगर विपक्षी वोट एकजुट होते हैं तो यह 2024 के चुनावों के नतीजे पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने पहले ही सहयोगी दल शिवसेना यूबीटी और एनसीपी को अनौपचारिक रूप से बता दिया है कि उसे महाराष्ट्र में 23/48 सीटें मिलनी चाहिए. साथ ही पार्टी ने पश्चिम बंगाल में 12/42 और बिहार में 12/40 संभावित सीटों की पहचान की है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि इसी तरह उत्तर प्रदेश के नेता 15/80 सीटों के लिए दावा कर सकते हैं. 2019 में, कांग्रेस ने लगभग 421 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल 52 सीटें जीतीं थी. तब बिहार में राजद, झारखंड में झामुमो, तमिलनाडु में द्रमुक, कर्नाटक में जद-एस और महाराष्ट्र में राकांपा के साथ गठबंधन था. हालांकि इस बार कांग्रेस 28 सदस्यीय भारतीय गठबंधन की अगुवाई कर रही है.

ये भी पढ़ें - 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का लोगो लॉन्च, 14 जनवरी से यात्रा, मित्र दलों को भी आमंत्रण

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.