हैदराबाद: हैदराबाद पुलिस ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, उनकी बेटी कविता और अन्य पर अपमानजनक पोस्ट करने के मामले में दर्ज केसों में कांग्रेस के रणनीतिकार सुनील कानूगोलू को मुख्य आरोपी बनाया है. रिपोर्ट के अनुसार, साइबर क्राइम पुलिस ने मंगलवार रात माधापुर स्थित एक दफ्तर में छापेमारी के दौरान हिरासत में लिए गए तीन लोगों के बयान के आधार पर कांग्रेस के रणनीतिकार सुनील को मुख्य आरोपी बनाया है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विक्रम सिंह मान ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि कानूगोलू फरार हैं. कांग्रेस के विरोध पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट किया कि पुलिस ने कानून के मुताबिक काम किया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह कांग्रेस पार्टी के सोशल मीडिया का दफ्तर है. उन्होंने कहा कि परिसर में न तो दफ्तर का नाम है और न ही बोर्ड है. अधिकारी ने कहा कि आरोपी गुपचुप तरीके से माधापुर में माइंड शेयर यूनाइटेड फाउंडेशन बिल्डिंग से काम कर रहे थे. साइबर क्राइम ने अपमानजनक पोस्ट की शिकायतों की जांच के दौरान इस दफ्तर का पता लगाया. जहां से पुलिस ने मोंडा श्रीप्रताप, शशांक काकिनेनी और ईशांत शर्मा को हिरासत में ले लिया. जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने कबूल किया कि वे कानूगोलू के कहने पर काम कर रहे थे. आरोपियों को सीपीसी की धारा 41 के तहत नोटिस जारी किया गया.
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आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 469 और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया. आरोपी के खिलाफ साइबर क्राइम थाने और शहर के चार अन्य थानों में पांच मामले दर्ज हैं. अधिकारी ने कहा कि दफ्तर से 10 लैपटॉप, सीपीयू और मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं.
आईएएनएस