नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में पीएमओ का अधिकारी बनकर एक व्यक्ति के द्वारा जेड प्लस की सुरक्षा लेकर वहां के प्रशासन को धोखा दिए जाने पर कांग्रेस ने केंद्र पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि उक्त व्यक्ति डॉ किरण पटेल को जम्मू कश्मीर पुलिस के द्वारा हाल ही में गिरफ्तार किया गया है. उक्त व्यक्ति न केवल भाजपा का सदस्य है बल्कि पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ विभिन्न तस्वीरों में भी वह दिखा है.
इस संबंध में कांग्रेस नेता और पार्टी मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा (Congress media chairman Pawan Khera) ने सवाल किया कि आखिर उस व्यक्ति की जेड प्लस सुरक्षा कवर किसने दिया. उन्होंने कहा कि नई दिल्ली की मंजूरी के बिना यह संभव नहीं है. खेड़ा ने कहा कि यह ठग पिछले साल अक्टूबर से जम्मू कश्मीर में अधिकारियों को बेवकूफ बना रहा था और अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा करता था. जिन्होंने देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया है, क्या पीएम और गृह मंत्री इसका जवाब देंगे. उन्होंने इस घटना के लिए जिम्मेवार व्यक्ति से इस्तीफा मांगने की भी मांग की.
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि उक्त ठग ने न केवल केंद्र शासित प्रदेश में सेवा करने का अवसर देने के लिए पीएम को धन्यवाद दिया, बल्कि उसने बॉर्डर क्षेत्र में विभिन्न विभिन्न यात्राओं को लेकर ट्वीट भी किया. खेड़ा ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन ने गिरफ्तारी छिपाने की कोशिश की, लेकिन ठग को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर मामला सार्वजनिक हो गया. खेड़ा ने कहा कि वहां पर कुछ गड़बड़ चल रहा है.
हमारे पास अभी भी इस बात का कोई जवाब नहीं है कि 2019 के पुलवामा विस्फोट में आरडीएक्स कौन लाया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. हम नहीं जानते कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की मदद करने के दौरान गिरफ्तार किए गए डिप्टी एसपी दविंदर सिंह कहां हैं. उन्हें बिना जांच के छोड़ दिया गया. उन्होंने सवाल किया कि यह टूलकिट क्या है? खेल क्या है? ठग जम्मू-कश्मीर में क्या कर रहा था और किसकी मदद कर रहा था. राष्ट्र जानना चाहता है.
कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त ठग जम्मू-कश्मीर में था जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा उसी केंद्र शासित प्रदेश में थी. वहां क्या कर रहा था? सरकार का खुफिया तंत्र क्या कर रहा था? इस ठग ने पीएमओ के नाम से पहचान पत्र बनवाया था और पांच महीने से वहां घूम रहा था. वह उरी में पीओके को जोड़ने वाले पुल जैसे संवेदनशील इलाकों में गया, जबकि कोई भी नागरिक इन क्षेत्रों में नहीं जा सकता है. खेड़ा ने कहा, 'उन्होंने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह से यह कहते हुए जेड प्लस सुरक्षा वापस ले ली कि उन्हें इसकी जरूरत नहीं है, लेकिन अब हम जानना चाहते हैं कि इस तरह की सुरक्षा की जरूरत किसे है.' सरकार का पूरा ध्यान एक व्यक्ति (गौतम अडाणी) को बचाने पर है. इसलिए, चोर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को धोखा दे सकता है और पीएम को इसकी जानकारी नहीं थी.
ये भी पढ़ें -Fake PMO Officer : पीएमओ के 'फर्जी अफसर' की कई नेताओं के साथ हैं फोटो, पत्नी बोली-फंसाया गया