बालापुर (महाराष्ट्र ): कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को बालापुर महाराष्ट्र से फिर से शुरू हुई. कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने किसानों पर जीएसटी की मार, खाद खरीदते वक्त कालाबाजारी की मार, फसल का सही दाम नहीं और ऊपर से सरकारी सिस्टम की मार.. महाराष्ट्र के किसान ऐसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. इन समस्याओं का हल निकालना होगा.. तभी किसान खुशहाल होंगे.
वहीं, महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी भी महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के शेगांव में 'भारत जोड़ो यात्रा' में राहुल गांधी के साथ शामिल हुए और कांग्रेस ने उनकी भागीदारी को 'ऐतिहासिक' बताया. सात नवंबर से महाराष्ट्र से होकर गुजर रही यात्रा सुबह करीब छह बजे अकोला जिले के बालापुर से फिर शुरू हुई और कुछ घंटे बाद शेगांव पहुंची, जहां लेखक और कार्यकर्ता तुषार गांधी इसमें शामिल हुए. बृहस्पतिवार को एक ट्वीट में तुषार गांधी ने कहा था कि शेगांव उनकी जन्मस्थली है.
-
LIVE: Shri @RahulGandhi along with Padyatris resume #BharatJodoYatra from Balapur, Maharashtra. https://t.co/hW3zOwaetn
— Congress (@INCIndia) November 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">LIVE: Shri @RahulGandhi along with Padyatris resume #BharatJodoYatra from Balapur, Maharashtra. https://t.co/hW3zOwaetn
— Congress (@INCIndia) November 18, 2022LIVE: Shri @RahulGandhi along with Padyatris resume #BharatJodoYatra from Balapur, Maharashtra. https://t.co/hW3zOwaetn
— Congress (@INCIndia) November 18, 2022
उन्होंने पोस्ट में कहा था, मैं 18 तारीख को शेगांव में भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होऊंगा. शेगांव मेरा जन्म स्टेशन भी है. मेरी मां जिस ट्रेन में सफर कर रही थीं, 1 डीएन. हावड़ा मेल वाया नागपुर, वह 17 जनवरी 1960 को शेगांव स्टेशन पर रुकी थी जब मेरा जन्म हुआ! कांग्रेस ने यात्रा में तुषार गांधी के शामिल होने को ऐतिहासिक बताया. पार्टी ने राहुल गांधी और तुषार गांधी को, जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी के प्रपौत्रों को, दोनों दिवंगत नेताओं की विरासत के वाहक के रूप में वर्णित किया.
पार्टी ने एक बयान में कहा, दोनों का एक साथ चलना शासकों के लिए एक संदेश है कि वे लोकतंत्र को खतरे में डाल सकते हैं, लेकिन उन्हें इसे खत्म नहीं करने दिया जाएगा. तुषार गांधी के अलावा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक, दीपेंद्र हुड्डा, मिलिंद देवड़ा, माणिकराव ठाकरे, मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख नाना पटोले राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल हुए. राहुल गांधी आज शाम शेगांव में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं. भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र में अपने अंतिम चरण में है और 20 नवंबर को मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी.
पढ़ें: राहुल गांधी ने नौकरियों और किसानों को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना
इससे पहले गुरुवार को आजादी के पहले, 1942 के 'भारत छोड़ो' आंदोलन में हिस्सा लेने वाली लीलाबाई चितले (93) गुरुवार को कुछ समय के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो' यात्रा में शामिल हुईं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने महाराष्ट्र के अकोला जिले की बालापुर तहसील के वडेगांव में पैदल मार्च में शामिल हुईं चितले का एक वीडियो संदेश ट्वीट किया. रमेश ने ट्वीट में कहा कि वह चाहती हैं कि यात्रा संविधान बचाने पर केंद्रित हो.
पढ़ें: राजीव गांधी हत्याकांड: सरकार ने दोषियों की रिहाई के आदेश की समीक्षा के लिए दायर की याचिका
वीडियो संदेश में चितले ने कहा कि 9 अगस्त 1942 को मैं बारह साल की थी. महात्मा गांधी ने 'करो या मरो' का नारा दिया था...मैं और मेरी दो सहेलियां एक कॉलेज के पास (अंग्रेजों के खिलाफ) नारे लगाते हुए पकड़े गए थे. चितले ने कहा कि हम सिर्फ 12 साल के थे, इसलिए हमें उसी शाम (पुलिस द्वारा) छोड़ दिया गया. लेकिन मेरे पिता और भाई साढ़े तीन साल जेल में रहे. देश को आजादी उस तरह नहीं मिली, जैसी आज बताई जाती है.
पढ़ें: गुजरात चुनाव के बाद यूपी पर फोकस करेगी कांग्रेस, खड़गे करेंगे नई घोषणा
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में समाज के सभी वर्गों और धर्मों के लोगों ने भाग लिया. चितले ने आगे कहा कि ये लोग (भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेने वाले) संविधान को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.