नई दिल्ली : चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस पार्टी में वन मैन वन पोस्ट लागू करेगी. मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से कमलनाथ के इस्तीफे के बाद कांग्रेस एआईसीसी और राज्य स्तर पर 'वन मैन वन पोस्ट' नियम लागू करने की तैयारी कर रही है. सूत्रों ने कहा कि दो पद रखने वाले कई कांग्रेस नेताओं को आने वाले समय में कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी चाहती है कि राज्य इकाई अपने प्रदर्शन में और अधिक सक्रिय हो और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल हो. दो पद वाले व्यक्ति को अब एक ही असाइनमेंट दिया जाएगा.
वर्तमान में अधीर रंजन चौधरी, रणदीप सिंह सुरजेवाला और मुकुल वासनिक जैसे कांग्रेस नेताओं के पास एक से अधिक प्रभार हैं. अधीर रंजन चौधरी के पास लोकसभा में फ्लोर लीडर और पश्चिम बंगाल पार्टी अध्यक्ष का प्रभार है, जबकि रणदीप सिंह सुरजेवाला पार्टी के कर्नाटक महासचिव और प्रभारी हैं और पार्टी के संचार विभाग के भी प्रमुख हैं. मुकुल वासनिक मध्य प्रदेश पार्टी महासचिव और केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) के सचिव हैं.
इस बीच, कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में एलओपी के पद से इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और उनकी जगह गोविंद सिंह को नियुक्त किया है. कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने गुरुवार को कमलनाथ को लिखा कि आपको सूचित किया जाता है कि कांग्रेस विधायक दल, मध्य प्रदेश के नेता के पद से कांग्रेस अध्यक्ष ने आपका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. पार्टी सीएलपी के रूप में आपके योगदान की तहे दिल से सराहना करती है. कमलनाथ विपक्ष के नेता और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पदों पर थे. अब वह केवल पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख हैं.
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