शिमला : हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह के विधायक पुत्र विक्रमादित्य सिंह के विचार एक बार फिर पार्टी लाइन से अलग नजर आए. शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पाकिस्तानी पत्रकार को लेकर किए गए पोस्ट का समर्थन किया है.
उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह के फेसबुक पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा कि उपरोक्त छोटे स्तर के मुद्दों और विवादों में, आपको अपने कद और खुद को समझाने या स्पष्ट करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
दरअसल, इन दिनों पंजाब की सियासत में पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के नाम की खूब चर्चा हो रही है. इस नाम के सहारे कांग्रेस से अलग हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह पर पंजाब में कांग्रेस सरकार के मंत्री निशाना साध रहे हैं.
वहीं, अब पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी पाकिस्तानी दोस्त अरूसा आलम को लेकर कांग्रेस पर हमला किया है. कैप्टन ने अरूसा आलम की कई पार्टियों के नेताओं के साथ तस्वीर को अपने फेसबुक पेज पर जारी करते हुए कांग्रेस नेताओं ने सवाल किया है कि क्या ये सभी नेता भी आईएसआई के एजेंट हैं.
कैप्टन अमरिंदर सिंह 2004 में जब पाकिस्तान गए थे तब अरूसा से उनकी पहली मुलाकात हुई थी. उसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई और मुलाकातों का सिलसिला भी चल निकला. अरूसा कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने के लिए पाकिस्तान से भारत आती रही. दोनों की दोस्ती और मिलने की खबरें अखबारों और टीवी की सुर्खियां बनने लगीं.
साल 2007 में जब अरूसा और कैप्टन अमरिंदर सिंह को कई बार एक साथ देखा गया तो भारत से लेकर पाकिस्तानी मीडिया तक इसकी चर्चा होने लगी. साल 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह दूसरी बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने तो उनके शपथ ग्रहण समारोह में भी शिरकत की थी.
कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता नवोजत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कहा था कि अमरिंदर के रहते अरूसा की मर्जी के बिना पंजाब में कोई भी व्यक्ति मंत्री नहीं बनता था. इतना ही नहीं पुलिस महकमें में पोस्टिंग भी अरूसा के कहने पर होती थी.
वहीं, कौर के आरोप से पहले पंचाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने कहा था कि कैप्टन की पाकिस्तानी महिला मित्र और पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के आपस में कनेक्शन हैं.