श्रीनगर : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि विपक्ष में मतभेद हैं, लेकिन वह भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ एक साथ खड़ा होगा और लड़ेगा. उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के तहत पदयात्रा की समाप्ति के बाद संवादादाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि एक तरफ कांग्रेस का नजरिया है और दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस का अहंकार एवं नफरत का नजरिया है.
विपक्ष में मतभेद हैं, लेकिन वह साथ खड़ा होगा और लड़ेगा : राहुल गांधी ने विपक्षी एकजुटता से जुड़े सवाल पर कहा, 'आप किस आधार पर कह रहे हैं कि विपक्ष बिखर चुका है. विपक्षी एकता बातचीत और एक दृष्टिकोण के बाद आती है. यह कहना सही नहीं है कि विपक्ष बिखरा हुआ है. मतभेद हैं... लेकिन विपक्ष साथ खड़ा होगा, लड़ेगा.'
उनका कहना था, 'यह विचारधारा की लड़ाई है।एक तरह भाजपा और आरएसएस की विचारधारा है, दूसरी तरफ गैर भाजपा और गैर आरएसएस ताकतें हैं.' उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब सोमवार को यात्रा के समापन समारोह के लिए कांग्रेस ने 20 से अधिक विपक्षी दलों को निमंत्रण दिया है. हालांकि कई दलों ने इसमें शामिल होने में अपनी ओर से असमर्थता जताई है.
-
Bharat Jodo Yatra received a great response in the country. We saw the resilience and strength of the people of India during this journey. We also got to hear about the issues being faced by farmers, and unemployed youth in the country: Congress
— ANI (@ANI) January 29, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
MP Rahul Gandhi in Srinagar, J&K pic.twitter.com/cpqjKZ7Rdz
">Bharat Jodo Yatra received a great response in the country. We saw the resilience and strength of the people of India during this journey. We also got to hear about the issues being faced by farmers, and unemployed youth in the country: Congress
— ANI (@ANI) January 29, 2023
MP Rahul Gandhi in Srinagar, J&K pic.twitter.com/cpqjKZ7RdzBharat Jodo Yatra received a great response in the country. We saw the resilience and strength of the people of India during this journey. We also got to hear about the issues being faced by farmers, and unemployed youth in the country: Congress
— ANI (@ANI) January 29, 2023
MP Rahul Gandhi in Srinagar, J&K pic.twitter.com/cpqjKZ7Rdz
यात्रा के संदर्भ में राहुल गांधी ने कहा, 'मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला. लाखों लोगों से मिला. यात्रा का लक्ष्य भारत को जोड़ने का था, नफरत और हिंसा के खिलाफ यह यात्रा थी. जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिली है.'
उन्होंने यह भी कहा, 'किसान, मजदूर, बेरोजगार युवाओं की आवाज सुनने को मिली. मेरे लिए यह शायद यह जिंदगी का सबसे सुंदर अनुभव रहा.' राहुल ने कहा, 'इस यात्रा ने एक वैकल्पिक नजरिया दिया है. भाजपा आरएसएस ने नफरत और अहंकार का नजरिया दिया है. अब हिंदुस्तान के सामने ये दो रास्ते ही नहीं, जीने के तरीके भी हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा और लोकतान्त्रिक प्रक्रिया बहाल होनी चाहिए.
एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि ये यात्रा कांग्रेस पार्टी की नहीं रही, क्योंकि इसमें पार्टी से ज्यादा जनता चली. राहुल ने कहा कि ये यात्रा खत्म नहीं हुई, बल्कि ये शुरुआत है.
'कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग और ब्लास्ट' : अनुच्छेद 370 हटने के बाद के माहौल को लेकर राहुल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग, ब्लास्ट हो रहे हैं. अगर सुरक्षा व्यवस्था इतनी ही अच्छी है तो बीजेपी लाल चौक से जम्मू तक यात्रा क्यों नहीं करती, गृह मंत्री अमित शाह जम्मू से कश्मीर तक यात्रा क्यों नहीं करते?
'चीन के साथ सख्ती से निपटने की जरूरत है': कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि चीन के साथ सख्ती से निपटने और स्पष्ट करने की जरूरत है कि 'हम यह बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं कि वह हमारी जमीन पर बैठा हुआ है.' उन्होंने कहा, 'सरकार लगातार इससे इनकार करती रही है कि चीन ने हमारी जमीन नहीं ली है और उसका यह रुख बहुत खतरनाक है क्योंकि इससे चीन का ऐसी आक्रामक कार्रवाईयां करने का हौंसला और बढ़ेगा.'
उनका कहना था, 'मुझे लगता है कि चीन के साथ सख्ती से निपटने की जरूरत है और उसे यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि वह हमारी जमीन पर बैठा हुआ है और इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.'
कांग्रेस नेता ने दावा किया, 'मैंने हाल ही में कई पूर्व सैन्यकर्मियों से मुलाकात की. लद्दाख के लोगों से मिला. उन्होंने स्पष्ट बताया कि चीन ने भारतीय क्षेत्र की 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन ले ली है.'
राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि यह धारणा बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शायद इकलौते व्यक्ति हैं कि चीन ने भारत की कोई जमीन नहीं हथियाई है. उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब इससे एक दिन पहले ही, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए शनिवार को कहा था कि कुछ लोग जानबूझकर चीन मुद्दे के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं. जयशंकर ने यह भी कहा था कि 1962 में चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया था, जबकि कुछ लोग ऐसा बताते हैं कि यह हाल ही में हुआ है.
राहुल के साथ प्रभारी संचार महासचिव जयराम रमेश, जम्मू-कश्मीर के प्रभारी रजनी पाटिल, जेकेपीसीसी अध्यक्ष विकार रसूल वानी, पीसीसी के पूर्व अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर, पूर्व सांसद तारिक हमीद कर्रा, पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा शामिल थे.
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का 4,080 किलोमीटर के सफर के बाद श्रीनगर में कल 30 जनवरी को संपन्न होगी. 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई ये यात्रा देश भर के विभिन्न राज्यों के 75 जिलों से होकर गुजरी.
पढ़ें- Bharat Jodo Yatra : अंतिम पड़ाव पर भारत जोड़ो यात्रा, राहुल ने लाल चौक पर फहराया तिरंगा
(भाषा इनपुट के साथ)