भोपाल। राजनीति में अमर्यादित भाषा और शब्दों के साथ स्तर हीनता किस तरह से होती जा रही है. यह हर चुनावों में लगातार देखने को मिल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस पर उन्हें गाली देने तक के आरोप लगाते हैं लेकिन इस बार मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता को ही अपने बयानों से जोड़ दिया. मध्यप्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए नरेंद्र मोदी के मध्यप्रदेश आने के सवाल पर अरुण यादव ने कहा कि चाहे जेपी नड्डा आ जाएं या नरेंद्र मोदी और उनके पिता जी आ जाएं. मध्यप्रदेश में बदलाव की बयार साफ नजर आ रही है. कांग्रेस की सरकार बन रही है.
अरुण यादव ने यहां पर ज्योतिराज सिंधिया पर भी निशाना साधा और कहा की बीजेपी में अब अकेले सिंधिया रहेंगे. सिंधिया समर्थक कांग्रेस में आएंगे. कई विधायक, पूर्व विधायक, कार्यकर्ता जो घुटन महसूस कर रहे हैं. समय आने पर वह कांग्रेस पार्टी में लौटेंगे. कई लोग हमारे संपर्क में हैं.
कांग्रेस में नहीं बचे संस्कार: अरुण यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पिताजी को अपने बयान में क्या लिया, बीजेपी ने इस पूरे मामले पर पलटवार शुरू कर दिया है. BJP नेता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस की कुंठित और विकृत मानसिकता फिर उजागर हुई है. कभी पीएम मोदी की मां के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां, कभी स्वर्गीय पिता के बारे में टिप्पणी, चुनाव में तो कांग्रेस पराजित होगी ही, लेकिन संस्कार भी कांग्रेस में बचे नहीं.
माफी मांगे यादव: इधर बीजेपी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने भी इस मामले में अरुण यादव को घेरा. सलूजा ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश के 140 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले, प्रधानमंत्री जैसे गरिमामय पद पर बैठे आदरणीय नरेंद्र मोदी के पिताजी के बारे में, जिनका निधन आज से 34 वर्ष पूर्व हो चुका है, इस तरह की टिप्पणी ओछी राजनीति ही कही जाएगी. चाहती तो भाजपा भी इसी तरह का जवाब दे सकती थी लेकिन यह हमारे संस्कार में नहीं है. अरुण यादव जी का बयान बेहद आपत्तिजनक है. इसके लिए कांग्रेस नेतृत्व को और उनको माफी मांगना चाहिए. फिलहाल तो लगता है बीजेपी इस मुद्दे को ठंडा नहीं होने देगी, जिस तरह से बीजेपी की ओर से तुरंत ही इस पर बयान आ रहे है. ऐसे में साफ है कि कांग्रेस इस मामले में बैकफुट पर नजर आ रही है.