नई दिल्ली : कांग्रेस के पास राजस्थान में सत्ता बनाए रखने की काफी अच्छी संभावनाएं हैं, क्योंकि पिछले महीनों में जनता का मूड नाटकीय रूप से बदल गया है. उक्त बातें लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने गुरुवार को कही. उन्होंने बताया कि मुझे लगता है कि हमारे पास राज्य में सरकार विरोधी रुख को मात देने और सभी 200 सीटें जीतने का काफी अच्छा मौका है. बता दें कि गोगोई राजस्थान के लिए एआईसीसी स्क्रीनिंग कमेटी के प्रमुख भी हैं.
हालांकि राजस्थान में मतदाता हर पांच साल में सतारूढ़ पार्टी को बदल देते हैं. वहीं हाल ही में कांग्रेस ने कहा था कि पार्टी शुरुआती लाभ के लिए सितंबर में उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी. कांग्रेस नेता गोगोई ने कहा कि पार्टी के अंदर इस बारे में चर्चा की जा रही है. मैं यह नहीं कहूंगा कि हमने कोई लक्ष्य निर्धारित किया है लेकिन हम जल्द तैयारी शुरू करना चाहते हैं. इसके मद्देनजर विधानसभा सीटों की समीक्षा के लिए मैं 28 से 31 अगस्त तक जयपुर में रहूंगा. इसी क्रम में एक दिन के लिए मैं उदयपुर भी जाऊंगा.
गोगोई के मुताबिक इस बार राजस्थान में टिकट वितरण महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इससे चुनावी राज्य मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी एक संदेश जाएगा. एक साथ तीन राज्यों के चुनावों को 2024 के राष्ट्रीय चुनावों से पहले सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है. गोगोई ने कहा कि राजस्थान में संभावित उम्मीदवारों के चयन के लिए जीतने की क्षमता ही हमारा एकमात्र मानदंड होगा. मैं सभी सीटों की ताकत और कमजोरी को देखूंगा क्योंकि प्रत्येक सीट महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि हम हर सीट पर विस्तृत चर्चा करेंगे. इस प्रयास में मुझे मुख्यमंत्री, राज्य इकाई प्रमुख और अन्य जैसे वरिष्ठ नेताओं के अनुभव से भी मार्गदर्शन मिलेगा. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि पार्टी राजस्थान में आश्वस्त है, लेकिन सावधानी के साथ आगे बढ़ रही है.
गोगोई ने कहा कि चुनाव में कुछ भी हल्के में नहीं लिया जा सकता. हमें आखिरी दिन तक काम करना है. भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करती है और कोई भी संस्था स्वायत्त नहीं है. हालांकि जनता का मूड हमारे पक्ष में है लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है. कांग्रेस नेता ने कहा कि राजस्थान की उनकी चार दिवसीय यात्रा के बाद पार्टी राज्य में उम्मीदवारों की घोषणा करने का एक कैलेंडर तैयार करेगी.
पार्टी आलाकमान लंबे समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच सत्ता संघर्ष को लेकर चिंतित था, लेकिन हाल ही में राहुल और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों प्रतिद्वंद्वियों को एक साथ लाने में सफल रहे और उन्हें एक टीम के रूप में काम करने के लिए कहा था. राज्य में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है.
दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राज्य नेतृत्व में कोई परिवर्तन नहीं करने का निर्णय लिया लेकिन राजस्थान में सत्ता समीकरण को संतुलित करने और युवा नेता के समर्थकों के बीच सकारात्मक संकेत देने सचिन पायलट को कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य बनाया. गोगोई ने कहा कि पिछले साल राज्य से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा गुजरी थी. इससे जनता की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी. उन्होंने उम्मीद जताई कि कर्नाटक की जीत के बाद कांग्रेस राजस्थान में भी सत्ता बरकरार रखने में सक्षम होगी.