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कोविड से मौत के आंकड़े छिपाने का मामला : कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग

कांग्रेस ने देश में कोविड से हुई मौतों का सही आंकड़ा पता करने और आंकड़े छिपाने वालों की जवाबदेही तय करने के लिए न्यायिक जांच कराने की मांग की है. साथ ही कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों का इस्तीफा मांगा है.

न्यायिक जांच की मांग
न्यायिक जांच की मांग
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Published : Jun 12, 2021, 2:36 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कोविड से होने वाली मौत के आंकड़े छिपाए जाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों योगी आदित्यनाथ, विजय रुपाणी और शिवराज सिंह चौहान को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.

मुख्य विपक्षी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह आग्रह भी किया कि देश में कोविड से हुई मौतों का सही आंकड़ा पता करने और आंकड़े छिपाने वालों की जवाबदेही तय करने के लिए न्यायिक जांच कराई जाए.

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मध्य प्रदेश में कोविड से मौत के आंकड़ों से संबंधित एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस पर जवाब देना चाहिए.

उन्होंने ट्वीट किया, '1,70,000 मौत- अकेले मई माह में सिर्फ मध्य प्रदेश में! जो न सोचा, न सुना, वो सत्य सामने है. मध्य प्रदेश में अकेले मई माह में छह महीने के बराबर मौतें हो गईं. इंसान की जान सबसे सस्ती कैसे हो गई? क्यों आत्मा मर गई? कैसे शासन पर बैठे हैं 'शिवराज'? प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री सामने आएं, बताएं कि जिम्मेदार कौन है?'

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, एनडीए का मतलब ही 'नो डेटा अवेलेबल' (कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं) है. अर्थव्यवस्था और नौकरियों के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं. अब लोगों की जान जाने के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं, जो बहुत ही दुखद है. नए भारत में अब मरने वालों का सही आंकड़ा भी नहीं दिया जा रहा है.'

मध्य प्रदेश में कोरोना से 1.7 लाख लोगों की मौत!
उन्होंने कहा, मई महीने में मध्य प्रदेश में 1.7 लाख लोगों की मौत हुई, जबकि सरकारी आंकड़े में सिर्फ 2451 लोगों की मौत कोविड से होने की बात की गई है. सच्चाई यह है आंकड़ा छिपाया गया है. गुजरात और उत्तर प्रदेश में भी आंकड़े छिपाए गए हैं. इन दोनों राज्यों के बारे में भी ऐसी खबरें आ चुकी हैं.

खेड़ा ने दावा किया, ऐसा लगता है कि भाजपा शासित राज्यों में कोविड से मरने वालों का आंकड़ा छिपाने की होड़ लगी हुई है. उन्होंने कहा, क्या आंकड़े छिपाने वाले इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कुर्सी पर बने रहने का नैतिक अधिकार है? मुख्यमंत्रियों की जिम्मेदारी बनती है. इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.

यह भी पढ़ें- क्या चीन की वुहान लैब से निकला था कोरोना वायरस

कांग्रेस नेता ने कहा, हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि पूरे देश में कोविड से मरने वालों की संख्या का पता करने के लिए न्यायिक जांच कराई जाए. सही आंकड़े सामने आना चाहिए और आंकड़े छिपाने वालों की जवाबदेही तय होनी चाहिए.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश, गुजरात और मध्य प्रदेश में कोविड से होने वाली मौत के आंकड़े छिपाए जाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों योगी आदित्यनाथ, विजय रुपाणी और शिवराज सिंह चौहान को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.

मुख्य विपक्षी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह आग्रह भी किया कि देश में कोविड से हुई मौतों का सही आंकड़ा पता करने और आंकड़े छिपाने वालों की जवाबदेही तय करने के लिए न्यायिक जांच कराई जाए.

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मध्य प्रदेश में कोविड से मौत के आंकड़ों से संबंधित एक खबर का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस पर जवाब देना चाहिए.

उन्होंने ट्वीट किया, '1,70,000 मौत- अकेले मई माह में सिर्फ मध्य प्रदेश में! जो न सोचा, न सुना, वो सत्य सामने है. मध्य प्रदेश में अकेले मई माह में छह महीने के बराबर मौतें हो गईं. इंसान की जान सबसे सस्ती कैसे हो गई? क्यों आत्मा मर गई? कैसे शासन पर बैठे हैं 'शिवराज'? प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री सामने आएं, बताएं कि जिम्मेदार कौन है?'

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, एनडीए का मतलब ही 'नो डेटा अवेलेबल' (कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं) है. अर्थव्यवस्था और नौकरियों के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं. अब लोगों की जान जाने के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं, जो बहुत ही दुखद है. नए भारत में अब मरने वालों का सही आंकड़ा भी नहीं दिया जा रहा है.'

मध्य प्रदेश में कोरोना से 1.7 लाख लोगों की मौत!
उन्होंने कहा, मई महीने में मध्य प्रदेश में 1.7 लाख लोगों की मौत हुई, जबकि सरकारी आंकड़े में सिर्फ 2451 लोगों की मौत कोविड से होने की बात की गई है. सच्चाई यह है आंकड़ा छिपाया गया है. गुजरात और उत्तर प्रदेश में भी आंकड़े छिपाए गए हैं. इन दोनों राज्यों के बारे में भी ऐसी खबरें आ चुकी हैं.

खेड़ा ने दावा किया, ऐसा लगता है कि भाजपा शासित राज्यों में कोविड से मरने वालों का आंकड़ा छिपाने की होड़ लगी हुई है. उन्होंने कहा, क्या आंकड़े छिपाने वाले इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कुर्सी पर बने रहने का नैतिक अधिकार है? मुख्यमंत्रियों की जिम्मेदारी बनती है. इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए.

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कांग्रेस नेता ने कहा, हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि पूरे देश में कोविड से मरने वालों की संख्या का पता करने के लिए न्यायिक जांच कराई जाए. सही आंकड़े सामने आना चाहिए और आंकड़े छिपाने वालों की जवाबदेही तय होनी चाहिए.

(पीटीआई-भाषा)

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