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नगालैंड फायरिंग : मोन जा रहे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को जोरहाट हवाईअड्डे पर रोका गया

कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आज असम के जोरहाट एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया. प्रतिनिधिमंडल को नगालैंड के मोन जिले में जाना था, जहां असम राइफल्स के द्वारा की गई गोलीबारी में 16 नागरिकों की मौत हो गई थी.

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कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को जोरहाट हवाईअड्डे पर रोका गया.
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Published : Dec 8, 2021, 8:09 PM IST

गुवाहाटी : कांग्रेस महासचिव और असम प्रभारी जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आज असम के जोरहाट हवाईअड्डे पर उस समय हिरासत में लिया गया जब उन्हें नगालैंड के मोन जिले के लिए रवाना होना था.

बता दें कि प्रतिनिधिमंडल नगालैंड के मोन जिले में जाने वाला था, जहां शनिवार शाम असम राइफल्स के पैराट्रूपर्स द्वारा 'गलत पहचान' के कारण कम से कम 16 नागरिक मारे गए थे.

प्रतिनिधिमंडल में सांसद गौरव गोगोई और डॉ. अजय कुमार शामिल थे. असम पुलिस ने बुधवार सुबह से ही राउरिया हवाई अड्डे और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है. फलस्वरूप प्रतिनिधिमंडल के आने के बाद पुलिस ने एआईसीसी प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में ले लिया और उन्हें न तो हवाईअड्डे से बाहर आने दिया गया और न ही बाहर इंतजार कर रहे मीडिया को कोई बयान देने दिया गया.

ये भी पढ़ें- नगालैंड फायरिंग मामला खुफिया विभाग की विफलता को दर्शाता है: जितेंद्र सिंह

कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल ने अवैध हिरास को अत्यधिक निंदनीय बताने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों के परिवारों से मिलने की योजना बनाई थी. प्रतिनिधिमंडल को सप्ताह भर के भीतर पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को एक रिपोर्ट सौंपनी थी. इस घटना पर सशस्त्र बलों और केंद्र सरकार ने खेद जताया है.

गुवाहाटी : कांग्रेस महासचिव और असम प्रभारी जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को आज असम के जोरहाट हवाईअड्डे पर उस समय हिरासत में लिया गया जब उन्हें नगालैंड के मोन जिले के लिए रवाना होना था.

बता दें कि प्रतिनिधिमंडल नगालैंड के मोन जिले में जाने वाला था, जहां शनिवार शाम असम राइफल्स के पैराट्रूपर्स द्वारा 'गलत पहचान' के कारण कम से कम 16 नागरिक मारे गए थे.

प्रतिनिधिमंडल में सांसद गौरव गोगोई और डॉ. अजय कुमार शामिल थे. असम पुलिस ने बुधवार सुबह से ही राउरिया हवाई अड्डे और उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है. फलस्वरूप प्रतिनिधिमंडल के आने के बाद पुलिस ने एआईसीसी प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में ले लिया और उन्हें न तो हवाईअड्डे से बाहर आने दिया गया और न ही बाहर इंतजार कर रहे मीडिया को कोई बयान देने दिया गया.

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कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडल ने अवैध हिरास को अत्यधिक निंदनीय बताने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ितों के परिवारों से मिलने की योजना बनाई थी. प्रतिनिधिमंडल को सप्ताह भर के भीतर पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को एक रिपोर्ट सौंपनी थी. इस घटना पर सशस्त्र बलों और केंद्र सरकार ने खेद जताया है.

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