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Congress wins in Sagardighi : सागरदिघी जीत से उत्साहित अधीर रंजन बोले- ममता और उनकी पार्टी को भी हराया जा सकता है

पश्चिम बंगाल की सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने टीएमसी प्रत्याशी को पराजित कर दिया. इस जीत पर बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि इस जीत से यह संदेश जाएगा कि ममता बनर्जी और टीएमसी को हराया जा सकता है. पढ़िए पूरी खबर...

Adhir Ranjan Chowdhury
अधीर रंजन चौधरी
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Published : Mar 2, 2023, 5:44 PM IST

Updated : Mar 2, 2023, 7:42 PM IST

सागरदिघी (मुर्शिदाबाद) : पश्चिम बंगाल की सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में सीट कांग्रेस ने जीत ली है. कांग्रेस ने यह सीट एक दशक के बाद टीएमसी से छीनी है. गुरुवार को घोषित किए गए चुनाव परिणाम के मुताबिक कांग्रेस प्रत्याशी बायरन बिश्वास ने टीएमसी के देवाशीष बंद्योपाध्याय को 22980 वोट से पराजित किया. यह सीट पूर्व मंत्री सुब्रत साहा के निधन से खाली हुई थी. कांग्रेस सांसद और बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इस जीत से यह संदेश गया है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी को हराया जा सकता है.

बता दें कि वाम-कांग्रेस गठबंधन को 2021 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था. वहीं कांग्रेस का बंगाल में खाता भी नहीं खुल पाया था. हालांकि सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने वाममोर्चा के साथ कोई गठबंधन नहीं किया था लेकिन कांग्रेस बंगाल अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के अनुरोध पर वाममोर्चा ने यहां से अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था और कांग्रेस कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन किया था.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है सागरदिघी के उपचुनाव ने पूरे बंगाल को दिखा दिया है कि ममता बनर्जी और टीएमसी को हराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद हमेशा कांग्रेस का गढ़ रहा है, लेकिन 2011 के विधानसभा के चुनाव में यहां के अलावा पूरे राज्य में टीएमसी ने पूरे बंगाल में कब्जा कर लिया था. कांग्रेस नेता ने कहा कि सागरदिघी से एकमात्र अपवाद सुब्रत साहा थे जो उस सीट से जीते और मंत्री बने.

उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे समय बीतता गया वामपंथी और कांग्रेस मुर्शिदाबाद के साथ-साथ बंगाल के अन्य हिस्सों में भी कमजोर पड़ गए हैं. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में अधीर अपनी बहरामपुर सीट ही बरकरार रख सके थे, लेकिन 2021 में लोकसभा में कांग्रेस जिले की एक भी सीट नहीं जीत सकी थी. मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा कि इस चुनाव से यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी को हराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वाम दलों ने मिलकर यह चुनाव लड़ा लेकिन तृणमूल खेमें के कई लोगों ने तृणमूल को भ्रष्टाचार के अपराध की सजा देने के लिए कांग्रेस को वोट भी दिया. बहरामपुर सांसद चौधरी का मानना ​​है कि कांग्रेस उम्मीदवार ने गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और बायरन बिश्वास वास्तव में लोगों के प्रत्याशी थे. चौधरी ने सागरदिघी के आम लोगों को इतिहास बनाने के लिए क्षेत्र के सभी आम लोगों का शुक्रिया अदा किया.

कांग्रेस-माकपा और भाजपा के बीच अनैतिक गठबंधन था: ममता बनर्जी - पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सागरदिघी विधानसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत को अनैतिक बताते हुए आरोप लगाया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अलावा कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा के साथ समझौता किया था. बनर्जी ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव आम लोगों के समर्थन से अकेले लड़ेगी.

उन्होंने कहा, 'सागरदिघी सीट पर हार के लिए मैं किसी को दोष नहीं देती. कभी-कभी, लोकतंत्र में, घटनाक्रम आमतौर पर सकारात्मक या नकारात्मक हो सकते हैं. लेकिन यह एक अनैतिक गठबंधन था, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वोट कांग्रेस को स्थानांतरित किए.' उन्होंने कहा, '(सागरदिघी में) सभी ने सांप्रदायिक कार्ड खेला. भाजपा ने सांप्रदायिक कार्ड खेला. हालांकि इस संबंध में कांग्रेस और माकपा बड़े खिलाड़ी निकले.'

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने दावा किया कि कांग्रेस को 'भगवा खेमे की मदद' मांगने के बाद खुद को भाजपा विरोधी कहने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा, 'टीएमसी 2024 के चुनाव में अकेले उतरेगी. हम लोगों के समर्थन से लड़ेंगे. मुझे विश्वास है कि जो लोग भाजपा को हराना चाहते हैं वे निश्चित रूप से टीएमसी को वोट देंगे.'

ये भी पढ़ें - Assembly Elections Result : त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फिर बनेगी भाजपा सरकार !

(इनपुट-भाषा)

सागरदिघी (मुर्शिदाबाद) : पश्चिम बंगाल की सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में सीट कांग्रेस ने जीत ली है. कांग्रेस ने यह सीट एक दशक के बाद टीएमसी से छीनी है. गुरुवार को घोषित किए गए चुनाव परिणाम के मुताबिक कांग्रेस प्रत्याशी बायरन बिश्वास ने टीएमसी के देवाशीष बंद्योपाध्याय को 22980 वोट से पराजित किया. यह सीट पूर्व मंत्री सुब्रत साहा के निधन से खाली हुई थी. कांग्रेस सांसद और बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि इस जीत से यह संदेश गया है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी को हराया जा सकता है.

बता दें कि वाम-कांग्रेस गठबंधन को 2021 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से हार का सामना करना पड़ा था. वहीं कांग्रेस का बंगाल में खाता भी नहीं खुल पाया था. हालांकि सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने वाममोर्चा के साथ कोई गठबंधन नहीं किया था लेकिन कांग्रेस बंगाल अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के अनुरोध पर वाममोर्चा ने यहां से अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था और कांग्रेस कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन किया था.

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा है सागरदिघी के उपचुनाव ने पूरे बंगाल को दिखा दिया है कि ममता बनर्जी और टीएमसी को हराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद हमेशा कांग्रेस का गढ़ रहा है, लेकिन 2011 के विधानसभा के चुनाव में यहां के अलावा पूरे राज्य में टीएमसी ने पूरे बंगाल में कब्जा कर लिया था. कांग्रेस नेता ने कहा कि सागरदिघी से एकमात्र अपवाद सुब्रत साहा थे जो उस सीट से जीते और मंत्री बने.

उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे समय बीतता गया वामपंथी और कांग्रेस मुर्शिदाबाद के साथ-साथ बंगाल के अन्य हिस्सों में भी कमजोर पड़ गए हैं. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में अधीर अपनी बहरामपुर सीट ही बरकरार रख सके थे, लेकिन 2021 में लोकसभा में कांग्रेस जिले की एक भी सीट नहीं जीत सकी थी. मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा कि इस चुनाव से यह संदेश देने की कोशिश की गई है कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी को हराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और वाम दलों ने मिलकर यह चुनाव लड़ा लेकिन तृणमूल खेमें के कई लोगों ने तृणमूल को भ्रष्टाचार के अपराध की सजा देने के लिए कांग्रेस को वोट भी दिया. बहरामपुर सांसद चौधरी का मानना ​​है कि कांग्रेस उम्मीदवार ने गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और बायरन बिश्वास वास्तव में लोगों के प्रत्याशी थे. चौधरी ने सागरदिघी के आम लोगों को इतिहास बनाने के लिए क्षेत्र के सभी आम लोगों का शुक्रिया अदा किया.

कांग्रेस-माकपा और भाजपा के बीच अनैतिक गठबंधन था: ममता बनर्जी - पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सागरदिघी विधानसभा सीट के उपचुनाव में कांग्रेस की जीत को अनैतिक बताते हुए आरोप लगाया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अलावा कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा के साथ समझौता किया था. बनर्जी ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव आम लोगों के समर्थन से अकेले लड़ेगी.

उन्होंने कहा, 'सागरदिघी सीट पर हार के लिए मैं किसी को दोष नहीं देती. कभी-कभी, लोकतंत्र में, घटनाक्रम आमतौर पर सकारात्मक या नकारात्मक हो सकते हैं. लेकिन यह एक अनैतिक गठबंधन था, जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वोट कांग्रेस को स्थानांतरित किए.' उन्होंने कहा, '(सागरदिघी में) सभी ने सांप्रदायिक कार्ड खेला. भाजपा ने सांप्रदायिक कार्ड खेला. हालांकि इस संबंध में कांग्रेस और माकपा बड़े खिलाड़ी निकले.'

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ने दावा किया कि कांग्रेस को 'भगवा खेमे की मदद' मांगने के बाद खुद को भाजपा विरोधी कहने से बचना चाहिए. उन्होंने कहा, 'टीएमसी 2024 के चुनाव में अकेले उतरेगी. हम लोगों के समर्थन से लड़ेंगे. मुझे विश्वास है कि जो लोग भाजपा को हराना चाहते हैं वे निश्चित रूप से टीएमसी को वोट देंगे.'

ये भी पढ़ें - Assembly Elections Result : त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फिर बनेगी भाजपा सरकार !

(इनपुट-भाषा)

Last Updated : Mar 2, 2023, 7:42 PM IST
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