नई दिल्ली : लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने कहा कि RSS और मुस्लिम लीग (Muslim League) की राजनीतिक विचारधारा समान हैं. मंत्री गोगोई का यह बयान, RSS प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagawat) द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act -CAA) के मुद्दे को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाने के एक दिन बाद आया है.
गोगोई ने RSS पर धर्म के आधार पर देश को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोहन भागवत ने श्रीमंत शंकरदेव की बात की लेकिन RSS और महापुरुष शंकरदेव की विचारधारा में कोई समानता नहीं है. उन्होंने कहा कि शंकरदेव ने मानवता और भाईचारे का उपदेश दिया है जबकि आरएसएस का केवल राजनीतिक उद्देश्य रहा है.
गोगोई ने कहा कि यदि आप मुस्लिम लीग और मोहम्मद अली जिन्ना के राजनीतिक दर्शन की तुलना करते हैं, तो यह वही राजनीतिक दर्शन है. गोगोई ने आगे कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर लोगों और समाज को विभाजित करती है.
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पेगासस मामले की किसी भी तरह की जांच से केंद्र के इनकार को लेकर उन्होंने तीखी आलोचना करते हुए कहा कि पेगासस हम सभी के लिए एक बड़ा खतरा है. अगर पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, विपक्षी नेताओं के फोन हैक हो सकते हैं, तो सुरक्षा कहां है?"
गोगोई ने कहा कि विडंबना यह है कि इजरायल सरकार ने अपने देश में पेगासस विवाद की जांच की मांग की है, लेकिन हमारी सरकार ने स्पाइवेयर कंपनी को क्लीनचिट दे दी है.
उत्तर प्रदेश और असम सरकार द्वारा शुरू किए जा रहे दो बच्चों की नीति पर बात करते हुए गोगोई ने कहा कि राज्यों के साथ सरकार को अपने सांसदों और विधायकों के लिए भी मानदंडों को लागू करना चाहिए. गोगोई ने कहा कि अगर असम में राज्य सरकार के किसी मंत्री के तीन बच्चे होते हैं, तो क्या उसे अपना मंत्रालय छोड़ने के लिए मजबूर किया जाएगा. और अगर एक विधायक के तीन बच्चे हैं, तो क्या विधायक विकास कोष को रोक दिया जाना चाहिए.