रायपुर: कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में सोमवार को प्रेसवार्ता कर कांग्रेस नेताओं ने छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार को अस्थिर करने के लिए बीजेपी की ओर से ऑपरेशन लोटस चलाए जाने का दावा किया. कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार के इशारे पर ईडी के कार्रवाई करने और कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. कांग्रेस के आरोप को लेकर फिलहाल बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
'लाठी डंडे खाकर नहीं टूटे तो अब क्या टूटेंगे': छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल ने कहा कि "ये लोग कांग्रेसी नेताओं पर दबाव बनाना चाहते हैं, कि किस तरह से चुनाव के पहले सीएम के लोगों को तोड़ा जाए. लेकिन यह लोग भूल गए हैं कि हम 15 साल विपक्ष में रहे, तब लाठी डंडा सब खाए हैं. जेल गए हैं, लेकिन कभी टूटे नहीं, तो अब कैसे टूट जाएंगे."
चीफ जस्टिस से की गई है शिकायत: कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि "ईडी की ओर से की जा रही कार्रवाई और कांग्रेसी पदाधिकारियों को प्रताड़ित किए जाने की जानकारी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी गई है. जहां तक हो सके इस बात की जानकारी संबंधित विभागों को भी दी है."
यह लोग चला रहे ऑपरेशन लोटस: सुशील आनंद शुक्ला का केंद्र की भाजपा सरकार सहित ईडी पर सीधा आरोप था कि "छापेमारी कार्रवाई के दौरान ईडी को कुछ नहीं मिला. यह लोग ऑपरेशन लोटस चला रहे हैं. छत्तीसगढ़ में दो तिहाई बहुमत की सरकार है. भाजपा की ये कोशिश है कि भूपेश बघेल की सरकार को अस्थिर किया जाए. इसलिए हमारे नेता, कार्यकर्ता, पदाधिकारियों और अधिकारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं में भय पैदा करने की कोशिश हो रही है."
भाजयुमो और महिला मोर्चा की तरह काम कर रही ईडी: सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि "जिस तरह भाजपा के भाजयुमो, महिला मोर्चा और दूसरे संगठन काम करते हैं, उसी तर्ज पर अब ईडी इनके अनुषांगिक संगठन की तरह काम कर रही है." इस दौरान कांग्रेसियों ने एक-एक कर अपने यहां पड़े छापे की जानकारी दी और बताया कि किस तरह से ईडी के अधिकारियों ने उन्हें परेशान किया.
शादी और बच्चे के जन्म पर लिफाफे में मिली राशि को किया जब्त: ट्रांसपोर्ट व्यवसायी अचल भाटिया ने भी ईडी पर जोरदार हमला बोला. अचल भाटिया ने कहा कि "छापामार कार्रवाई के दौरान ईडी को जब कुछ नहीं मिला, तो मेरी शादी में मिले लिफाफे, बच्चे के जन्म पर मिले लिफाफे की राशि को जब्त कर लिया. इतना ही नहीं मेरे छोटे बच्चे को डॉक्टर के पास तक जाने नहीं दिया गया. वह लगातार 4-5 घंटे रोता रहा."