नई दिल्ली : कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर शुक्रवार को सरकार पर 'ईंधन-टैक्स-जीवी' होने का आरोप लगाया है. कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों के दाम में कटौती कर देश की आम जनता को राहत प्रदान की जाए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि केंद्र सरकार ने पिछले साढ़े छह वर्षों में पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 21.50 लाख करोड़ रुपये जनता से वसूले हैं.
भयंकर जनलूट पार्टी
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'ईंधन-टैक्स-जीवी मोदी सरकार देश की जनता के लिए अभिशाप बन गई है. उसने मई 2014 से आज तक पेट्रोल-डीजल पर कर लगाकर 21.50 लाख करोड़ की लूट की है. इसलिए बीजेपी का नया नाम है 'भयंकर जनलूट पार्टी' है.
पेट्रोल 100 रुपए पार और डीजल 90 रुपए पार
कांग्रेस महासचिव ने कहा, '11 दिन से लगातार देश में पेट्रोल- डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं. 1 मई 2019 के बाद आज तक पेट्रोल की कीमतें 15.21 रुपये प्रति लीटर व डीजल की कीमतें 15.33 रुपये प्रति लीटर बढ़ाई जा चुकी. देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपए पार और डीजल 90 रुपए पार हो गया है.' उन्होंने दावा किया कि आम जनमास कह रहा है कि प्रधानमंत्री का एक ही नारा है- 'हम दो, हमारे दो', 'डीजल 90, पेट्रोल सौ.'
पीछा छुड़ाना चाहती है सरकार
सुरजेवाला ने कहा, 'शर्मनाक बात यह है कि पेट्रोल-डीजल पर कर लगाकर खुली लूट करने के बावजूद भाजपा सरकार इसका दोष भी कांग्रेस पर मढ़ कर अपना पीछा छुड़ाना चाहती है.'
पेट्रोल की कीमत 26 प्रतिशत बढ़ी
उनके मुताबिक, 26 मई, 2014 को कच्चे तेल की कीमत 108.05 प्रति बैरल थी तो पेट्रोल की कीमत 71.51 रुपये प्रति लीटर थी. आज यह बढ़कर 90.19 रुपए प्रति लीटर हो गई है यानी कच्चे तेल की कीमत 41 प्रतिशत कम हो गई, पर पेट्रोल की कीमत 26 प्रतिशत बढ़ गई.
कच्चे तेल की कीमत 41 प्रतिशत कम
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार मई 2014 में डीजल की कीमत 57.28 रुपये प्रति लीटर थी, जो आज बढ़कर 80.60 रुपए प्रति लीटर हो गई है. यानी कच्चे तेल की कीमत 41 प्रतिशत कम हो गई, पर फिर भी डीजल की कीमत 40.7 प्रतिशत बढ़ गई.
मोदी सरकार ने काटा ओएनजीसी का बजट
उन्होंने कुछ आंकड़े जारी करते हुए सवाल किया कि मोदी सरकार 32 रुपये प्रति लीटर का पेट्रोल 90 रुपये प्रति लीटर और 34 रुपये प्रति लीटर का डीजल 80 रुपये प्रति लीटर में क्यों बेच रही है? सुरजेवाला ने दावा किया, 'सच्चाई यह है कि कच्चे तेल का घरेलू उत्पादन करने वाली सरकारी कंपनी ओएनजीसी का बजट ही मोदी सरकार ने काट दिया.
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तेल की लूट बंद करे सरकार
साल 2020-21 में ओएनजीसी का बजट 32,501 करोड़ रुपये था, इस साल कम करके 29,800 करोड़ रुपये कर दिया है. उन्होंने कहा, 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग है कि मोदी सरकार तेल की लूट बंद करे, तथा देश के 130 करोड़ लोगों को पेट्रोल- डीजल के दामों में कटौती कर राहत दे.