ETV Bharat / bharat

कांग्रेस ने अपने नेताओं से पार्टी के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने से परहेज करने को कहा - कांग्रेस नेता अनुशासनात्मक कार्रवाई

कांग्रेस पार्टी ने अपने सदस्यों को अपने नेताओं के खिलाफ टिप्पणी करने से परहेज करने के लिए एक सलाह जारी की है. ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.

Congress asks its leaders to refrain from making comments on partys internal matters
कांग्रेस ने अपने नेताओं से पार्टी के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने से परहेज करने को कहा
author img

By

Published : Sep 30, 2022, 7:07 AM IST

Updated : Sep 30, 2022, 7:31 AM IST

नई दिल्ली: राजस्थान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, कांग्रेस पार्टी ने अपने नेताओं को नेताओं के खिलाफ टिप्पणी करने से परहेज करने के लिए एक सलाह जारी की, अन्यथा उनके खिलाफ 'अनुशासनात्मक कार्रवाई' की जाएगी. आधिकारिक नोटिस में लिखा है,'यह सलाह दी जाती है कि किसी भी स्तर पर सभी कांग्रेस नेताओं को अन्य नेताओं के खिलाफ या पार्टी के आंतरिक मामलों के बारे में सार्वजनिक बयान देने से बचना चाहिए.'

एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि अगर एडवाइजरी का उल्लंघन किया जाता है तो कांग्रेस पार्टी के प्रावधानों के तहत सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी. इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नहीं लड़ेंगे. उनकी यह टिप्पणी नई दिल्ली में 10 जनपथ स्थित पार्टी की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी से मिलने के बाद आई है.

सीएम गहलोत ने कहा, 'मैं कोच्चि में राहुल गांधी से मिला और उनसे (कांग्रेस अध्यक्ष के लिए) चुनाव लड़ने का अनुरोध किया. जब उन्होंने स्वीकार नहीं किया, तो मैंने कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा. लेकिन, अब उस घटना (राजस्थान में राजनीतिक संकट) के बाद मैंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.' गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनावों के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने और राज्य में संभावित नेतृत्व परिवर्तन को लेकर राजस्थान में अपने वफादारों द्वारा शुरू किए गए हंगामे के लिए भी माफी मांगी.

गहलोत ने कहा कि पिछले दो दिनों में राज्य में जो कुछ भी हुआ उसने सभी को झकझोर कर रख दिया है. गहलोत ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, 'मैंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बातचीत की. दो दिन पहले जो कुछ भी हुआ, उसने हमें झकझोर दिया. उन्होंने संदेश दिया कि यह सब हुआ क्योंकि मैं सीएम बनना चाहता था. मैंने उनसे माफी मांगी है.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह राजस्थान के सीएम बने रहेंगे, गहलोत ने कहा, 'मैं यह तय नहीं करूंगा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यह तय करेंगी.' उन्होंने कहा, 'एक लाइन का प्रस्ताव हमारी परंपरा है. दुर्भाग्य से ऐसी स्थिति पैदा हुई कि प्रस्ताव पारित नहीं हुआ. यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी (प्रस्ताव पारित करना), लेकिन मुख्यमंत्री होने के बावजूद मैं इसे पारित नहीं करा सका.'

ये भी पढ़ें- सोनिया को अपनी भावनाओं से अवगत कराया, राजस्थान के संदर्भ में वह सकारात्मक निर्णय लेंगी: पायलट

पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष के अधीन काम करती है और आने वाले समय में फैसले लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस बात से चिंतित हैं कि देश किस दिशा में जा रहा है और इस मुद्दे से निपटना ज्यादा महत्वपूर्ण है. साथ ही, आज मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपना नामांकन पत्र एकत्र किया और घोषणा की कि वह कल सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने घोषणा की है कि वह कल दोपहर 12.15 बजे इस पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे. कांग्रेस के शीर्ष पद के लिए नामांकन 30 सितंबर तक होगा और चुनाव 17 अक्टूबर को होगा.

(एएनआई)

नई दिल्ली: राजस्थान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच, कांग्रेस पार्टी ने अपने नेताओं को नेताओं के खिलाफ टिप्पणी करने से परहेज करने के लिए एक सलाह जारी की, अन्यथा उनके खिलाफ 'अनुशासनात्मक कार्रवाई' की जाएगी. आधिकारिक नोटिस में लिखा है,'यह सलाह दी जाती है कि किसी भी स्तर पर सभी कांग्रेस नेताओं को अन्य नेताओं के खिलाफ या पार्टी के आंतरिक मामलों के बारे में सार्वजनिक बयान देने से बचना चाहिए.'

एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि अगर एडवाइजरी का उल्लंघन किया जाता है तो कांग्रेस पार्टी के प्रावधानों के तहत सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी. इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नहीं लड़ेंगे. उनकी यह टिप्पणी नई दिल्ली में 10 जनपथ स्थित पार्टी की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी से मिलने के बाद आई है.

सीएम गहलोत ने कहा, 'मैं कोच्चि में राहुल गांधी से मिला और उनसे (कांग्रेस अध्यक्ष के लिए) चुनाव लड़ने का अनुरोध किया. जब उन्होंने स्वीकार नहीं किया, तो मैंने कहा कि मैं चुनाव लड़ूंगा. लेकिन, अब उस घटना (राजस्थान में राजनीतिक संकट) के बाद मैंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.' गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनावों के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करने और राज्य में संभावित नेतृत्व परिवर्तन को लेकर राजस्थान में अपने वफादारों द्वारा शुरू किए गए हंगामे के लिए भी माफी मांगी.

गहलोत ने कहा कि पिछले दो दिनों में राज्य में जो कुछ भी हुआ उसने सभी को झकझोर कर रख दिया है. गहलोत ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, 'मैंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बातचीत की. दो दिन पहले जो कुछ भी हुआ, उसने हमें झकझोर दिया. उन्होंने संदेश दिया कि यह सब हुआ क्योंकि मैं सीएम बनना चाहता था. मैंने उनसे माफी मांगी है.

यह पूछे जाने पर कि क्या वह राजस्थान के सीएम बने रहेंगे, गहलोत ने कहा, 'मैं यह तय नहीं करूंगा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यह तय करेंगी.' उन्होंने कहा, 'एक लाइन का प्रस्ताव हमारी परंपरा है. दुर्भाग्य से ऐसी स्थिति पैदा हुई कि प्रस्ताव पारित नहीं हुआ. यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी (प्रस्ताव पारित करना), लेकिन मुख्यमंत्री होने के बावजूद मैं इसे पारित नहीं करा सका.'

ये भी पढ़ें- सोनिया को अपनी भावनाओं से अवगत कराया, राजस्थान के संदर्भ में वह सकारात्मक निर्णय लेंगी: पायलट

पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने कहा कि पार्टी कांग्रेस अध्यक्ष के अधीन काम करती है और आने वाले समय में फैसले लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस बात से चिंतित हैं कि देश किस दिशा में जा रहा है और इस मुद्दे से निपटना ज्यादा महत्वपूर्ण है. साथ ही, आज मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपना नामांकन पत्र एकत्र किया और घोषणा की कि वह कल सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने घोषणा की है कि वह कल दोपहर 12.15 बजे इस पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करेंगे. कांग्रेस के शीर्ष पद के लिए नामांकन 30 सितंबर तक होगा और चुनाव 17 अक्टूबर को होगा.

(एएनआई)

Last Updated : Sep 30, 2022, 7:31 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.