नई दिल्ली : बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के उम्मीदवार राम दास बसुमतरी के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने आज असम के तमूलपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव रद्द करने के लिए भारत के चुनाव आयोग से संपर्क किया है.
आज चुनाव आयोग के समक्ष कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने अपना पक्ष रखा. उसके बाद कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार ने बताया कि आयोग ने भरोसा दिलाया है कि सभी दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू कराया जाएगा.
मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. अश्वनी कुमार ने कहा, 'हमने आज मुख्य चुनाव आयोग (ईसीआई) के सामने 3 मुद्दें उठाए हैं.'
पहला बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के उम्मीदवार बीजेपी में शामिल हो गए हैं. हमारा मानना है कि अब वह चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए अयोग्य हैं. इसलिए बीपीएफ को एक और उम्मीदवार चुनने का अधिकार दिया जाना चाहिए या चुनाव रद्द कर देना चाहिए.
बीपीएफ ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन भी सौंपा है, जिसमें असम के मंत्री हेमंत विस्वा सरमा, यूनियन मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल समेत कई बीजेपी नेताओं का नाम लिया गया है.
इन सभी बीजेपी नेताओं पर आरोप लगाया गया है कि बीपीएफ के तमूलपुर विधानसभा के उम्मीदवार राम दास बसुमतरी पर कथित रूप से दबाव डालने और पैसे के बल पर भाजपा में शामिल किया गया है.
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अश्वनी कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग से हमने अपील की है कि हमारे देश में लोकतांत्रिक चुनावों की शुद्धता को बनाए रखने के लिए, रिश्वत और प्रलोभन के माध्यम से मतदाताओं को लुभाने के तरीकों को रोकने के लिए चुनाव आयोग को अपनी सभी शक्तियों का उपयोग करना चाहिए.
इसके साथ ही कांग्रेस की टीम ने चुनाव आयोग से असम में बीजेपी उम्मीदवार की कार से ईवीएम मिलने के मामले को भी उठाया है और कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, वहां कोविड-19 वैक्सीन के प्रमाण पत्र से प्रधानमंत्री की फोटो हटाने के लिए चुनाव आयोग द्वारा निर्देश दिए जाएं.