नई दिल्ली : कांग्रेस ने सरकार पर आपदा को सियासी अवसर में बदलने में महारत हासिल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सरकार रेलवे में निजीकरण की दिशा में बढ़ रही है तब उसे कर्मचारियों के भविष्य एवं कल्याण का पूरा ध्यान रखना चाहिए.
वर्ष 2021-22 के लिए रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल ने कहा कि इस सरकार ने आपदा को अवसर में बदलने का नारा दिया, लेकिन असलियत में इस सरकार ने आपदा को सियासी अवसर में बदलने में महारत हासिल कर ली है.
उन्होंने मोदी सरकार पर पंजाब के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार के पिछले लगभग सात साल के शासनकाल में पंजाब के लिए एक किलोमीटर भी रेलवे लाइन का एलान नहीं किया गया.
गिल ने अपने संसदीय क्षेत्र में स्थित कपूरथला कोच कारखाने का जिक्र करते हुए कहा कि उसका उत्पादन बहुत अच्छा है, लेकिन ऐसे कारखानों का निजीकरण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार को कर्मचारियों के भविष्य का ख्याल रखना चाहिए.
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कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर सरकार रेलवे में निजीकरण कर रही है, तो पूर्वोत्तर में रेलवे के विकास के लिए निजी क्षेत्र को काम क्यों नहीं सौंप रही, जहां अभी तक रेल संपर्क नहीं है.
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की बुलेट ट्रेन परियोजना प्रशंसनीय है, लेकिन जहां चीन जून 2021 तक तिब्बत तक बुलेट ट्रेन पहुंचाने के लिए काम कर रहा है, ऐसे में सरकार को अहमदाबाद, मुंबई से पहले उत्तर भारत के ऐसे क्षेत्रों में बुलेट ट्रेन परियोजनाओं को लाना चाहिए था, जहां सैनिक आपात स्थिति में उनसे सीमा क्षेत्रों तक जल्द से जल्द पहुंच सकें.