चंडीगढ़ : कांग्रेस ने सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर (Jagdish Tytler) को अपनी दिल्ली प्रदेश की समिति में विशेष आमंत्रित के तौर पर शामिल किया है. इसे लेकर कांग्रेस एक बार फिर विवादों में है.
सिख संस्थाओं के नेताओं के अलावा पंजाब की राजनैतिक पार्टियां इसे लेकर सूबे की सरकार और कांग्रेस हाईकमान पर सवाल खड़े कर रही हैं. कांग्रेस पर भड़के दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध समिति (डीएसजीएमसी) के पूर्व प्रधान मनजिंदर सिरसा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस जगदीश टाइटलर को बचाने की कोशिश कर रही है. सिरसा ने प्रियंका गांधी वाड्रा के कुलदीप सेंगर को लेकर दिए बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा था कि 'जब किसी कातिल को राजनीतिक सह दी जाती है तो पीड़ित को इंसाफ मिलने में मुश्किलें सामने आतीं हैं.' सिरसा ने कहा कि अब कांग्रेस ने टाइटलर को कार्यकारिणी में शामिल करके भी ऐसा ही किया गया है. उन्होंने कहा कि टाइटलर के साथ साथ वह गांधी परिवार के ख़िलाफ़ भी लड़ाई लड़ेंगे.
भगवंत मान ने भी साधा निशाना
आम आदमी पार्टी ने भी निशाना साधा है. आप नेता भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने कहा कि कांग्रेस ऐसा बार बार कर रही है. उन्होंने कहा कि दंगा पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने की बजाय कांग्रेस की तरफ से नमक छिड़का जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऑपरेशन ब्लू स्टार, सिक्ख दंगों से सबक नहीं लिया है. भगवंत मान ने कांग्रेस को नसीहत देते कहा कि जुबानी माफी मांगने की बजाय पीडितों के ज़ख़्मों पर मरहम लगाना चाहिए.
कांग्रेस को चुनाव में जवाब देगी जनता : राघव चढ्ढा
आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रभारी राघव चड्ढा ने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जगदीश टायटलर पर कई बेकसूर सिखों के कत्ल का दोष है. ऐसे में कांग्रेस ने उनको अपनी कार्यकारिणी में शामिल करके गलत काम किया है. इसका जवाब लोग आने वाले चुनाव में देंगे.
भाजपा ने चन्नी-सिद्धू से मांगा जवाब
भाजपा ने भी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. भाजपा नेता सुभाष शर्मा का कहना है कि जगदीश टाइटलर 1984 के सिख दंगों का मुख्य मुलजिम रहा है और कांग्रेस ने उसे अपनी कार्यकारिणी समिति में शामिल करके लोगों के ज़ख़्मों पर नमक छिड़का है. भाजपा का कहना है कि पीएम मोदी का नेतृत्व में 1984 के दंगा पीडितों के मुलजिमों को सज़ाएं और पीडितों को मुआवज़ा दिया गया था. भाजपा ने इस मुद्दे पर सीएम चरणजीत चन्नी और नवजोत सिद्धू से जवाब मांगा है. भाजपा का कहना है कि इस मसले पर स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए.
अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले वहां कांग्रेस की सरकार को घेरते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी से यह साफ करने को कहा कि क्या वह इस नियुक्ति से सहमत हैं जिसने पूरे देश को 'नाराज' किया है.
भाटिया ने कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगे भारतीय लोकतंत्र पर 'सबसे बड़ा काला धब्बा' हैं. दंगों को कांग्रेस प्रायोजित बताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने कभी सिखों को न्याय नहीं दिया और भाजपा उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए काम कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी, दिल्ली प्रदेश की प्रमुख समिति में टाइटलर को लाकर कांग्रेस ने सिख समुदाय के जख्मों को हरा कर दिया है. उन्होंने कहा, 'क्या यह टाइटलर के लिए सम्मान है? क्या सोनिया गांधी की ओर से उन्हें संरक्षण प्रदान करना उचित है?'
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भाटिया ने कहा कि इस तरह की नियुक्तियों को कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा मंजूरी दी जाती है. उन्होंने आरोप लगाया, 'जब भाजपा पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की तथा दोषियों को कठघरे में लाने की कोशिश कर रही है, वहीं आरोपियों को कांग्रेस का संदेश है कि चिंता मत करो, गांधी परिवार आपके साथ है.'