अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. गढ़वी ने पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम के खर्च को लेकर ट्वीट किया था (Case against AAP gujarat chief). इस मामले को लेकर साइबर क्राइम पुलिस ने शिकायत दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने विवादित ट्वीट किया था, जिसमें मन की बात की एक दिन की लागत 8.3 करोड़ बताई थी. उन्होंने ट्वीट किया था कि 'मन की बात के 100 एपिसोड पर 830 करोड़ खर्च किए गए. ये तो हद हो गई. बीजेपी कार्यकर्ताओं को इसका विरोध करने की जरूरत है, ज्यादातर मन की बात वही सुनते हैं.'
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि 'गलत जानकारी देकर लोगों को गुमराह करना बहुत बड़ा अपराध है. ये एक के बाद एक लोगों को गलत जानकारी देते हैं. पहले ट्विट करते हैं फिर डिलीट कर देते हैं. आपको क्यों डिलिट करना पडता है ट्विट? इस तरह की गलत जानकारी देकर लोगों को गुमराह करना बहुत बड़ा अपराध है और यह कोई छोटा मामला नहीं है.'
आप नेता गोपाल इटालिया ने कहा कि इसुदान गढ़वी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है. युवराज सिंह के खिलाफ ऐसी ही झूठी एफआइआर दर्ज की गई और मेरे खिलाफ भी ऐसी ही झूठी एफआइआर दर्ज की गई. केजरीवाल पर भी ऐसा किया गया. भाजपा ने तानाशाही शुरू कर दी है.'
उन्होंने कहा कि 'चूंकि गुजरात की जनता ने गुजरात में आगे बढ़ने के लिए आम आदमी पार्टी को 40 लाख वोट दिए थे, इसलिए बीजेपी डरी हुई है, इसलिए वह हर हाल में आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है. एक तरफ महिला खिलाड़ी एफआईआर दर्ज कराने के लिए धरने पर बैठी हैं, एफआईआर ही नहीं हो रही और क्राइम ब्रांच साधारण ट्वीट पर एफआईआर दर्ज कर रही है.'
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस : ट्वीट को लेकर अहमदाबाद साइबर क्राइम टीम ने आईपीसी की अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. जिसमें आईपीसी की धारा 153 (सार्वजनिक शांति भंग करना, जनता को भड़काऊ संदेश देना), 500 (मानहानि), 505/1 (राज्य की शांति के लिए हानिकारक आचरण), 505/2 (अफवाह फैलाना, प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना), आईटी अधिनियम की धारा 67 (सोशल मीडिया पर संदेश पोस्ट करना कि जिस व्यक्ति पर आरोप लगाया जा रहा है वह भ्रष्ट है) के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
इस संबंध में अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस के एसीपी जे.एम. यादव ने बताया कि साइबर क्राइम ने मामला दर्ज कर ट्वीट का तकनीकी विश्लेषण किया है और आगे की जांच की जा रही है. क्या ट्वीट वास्तव में गढ़वी द्वारा किया गया है और क्या इसमें इस्तेमाल किया गया डेटा सही है. इस संबंध में उन सभी मामलों का तकनीकी विश्लेषण कर जांच शुरू कर दी गई है. जांच के दौरान जो सामने आएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.