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Anti National Slogan Issue: JNU परिसर में राष्ट्र विरोधी नारे लगाने और लिखने की घटनाओं को रोकने के लिए बनेगी समिति - Jawaharlal Nehru University

Committee will be formed in JNU: राजधानी दिल्ली में रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की दीवारों पर कश्मीर और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणियां लिखने का मामला सामने आया था. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन अब समिति गठित करने वाला है.

Jawaharlal Nehru University
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 2, 2023, 9:59 PM IST

Updated : Oct 2, 2023, 10:09 PM IST

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन परिसर के अंदर बार-बार भारत विरोधी नारे लिखने और लगाने की घटनाओं की जांच के लिए समिति का गठन करेगा. रविवार को विश्वविद्यालय परिसर के अंदर दीवारों पर कई विवादित नारे लिखे पाए गए थे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. फिलहाल प्रशासन की ओर से दीवारों का रंग-रोगन करा दिया गया है.

समिति की जाएगी गठित: जेएनयू के रेक्टर सतीश चंद्र गरकोटी ने बताया कि वे मुख्य सुरक्षा अधिकारी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और उस सुझाव के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी पुष्टि की कि विश्वविद्यालय ने परिसर में राष्ट्रविरोधी नारों की बार-बार होने वाली घटनाओं की जांच के लिए एक समिति गठित करने की योजना बनाई है.

पहले भी लिखे गए हैं नारे: जेएनयू में रविवार को एक बार फिर राष्ट्र विरोधी नारे लिखने का मामला सामने आया था. यह स्लोगन जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज की दीवारों पर लाल और नीले रंग से लिखे गए थे. इसके अलावा कई जगह फर्श पर भी नीले पेंट से ये स्लोगन लिखे गए थे. एक साल पहले भी जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर जाति सूचक नारे लिखे गए थे. उस समय भी जेएनयू विवादों में आ गया था.

पोती गई थी कालिख: इतना ही नहीं उस समय जेएनयू के कुछ शिक्षकों की नेम प्लेट पर भी कालिख पोती गई थी, जिसपर विवादित टिप्पणियां लिखी भी गई थी. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक जांच कमेटी का गठन किया था, लेकिन उस कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह करनामा करने वाले तत्वों का खुलासा नहीं किया था. उस समय जेएनयू की दीवारों पर कई जाति सूचक नारे लिखे गए थे.

यह भी पढ़ें-JNU की दीवारों पर फिर लिखे गए विवादित नारे, फ्री कश्मीर और पीएम मोदी के खिलाफ पाए गए स्लोगन

यह भी पढ़ें-फोरम ऑफ एकेडमिक्स फॉर सोशल जस्टिस ने स्थायी नियुक्ति में एडहॉक टीचर्स की पूरी सर्विस काउंट करने की मांग की

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन परिसर के अंदर बार-बार भारत विरोधी नारे लिखने और लगाने की घटनाओं की जांच के लिए समिति का गठन करेगा. रविवार को विश्वविद्यालय परिसर के अंदर दीवारों पर कई विवादित नारे लिखे पाए गए थे, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. फिलहाल प्रशासन की ओर से दीवारों का रंग-रोगन करा दिया गया है.

समिति की जाएगी गठित: जेएनयू के रेक्टर सतीश चंद्र गरकोटी ने बताया कि वे मुख्य सुरक्षा अधिकारी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं और उस सुझाव के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी पुष्टि की कि विश्वविद्यालय ने परिसर में राष्ट्रविरोधी नारों की बार-बार होने वाली घटनाओं की जांच के लिए एक समिति गठित करने की योजना बनाई है.

पहले भी लिखे गए हैं नारे: जेएनयू में रविवार को एक बार फिर राष्ट्र विरोधी नारे लिखने का मामला सामने आया था. यह स्लोगन जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज की दीवारों पर लाल और नीले रंग से लिखे गए थे. इसके अलावा कई जगह फर्श पर भी नीले पेंट से ये स्लोगन लिखे गए थे. एक साल पहले भी जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर जाति सूचक नारे लिखे गए थे. उस समय भी जेएनयू विवादों में आ गया था.

पोती गई थी कालिख: इतना ही नहीं उस समय जेएनयू के कुछ शिक्षकों की नेम प्लेट पर भी कालिख पोती गई थी, जिसपर विवादित टिप्पणियां लिखी भी गई थी. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक जांच कमेटी का गठन किया था, लेकिन उस कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह करनामा करने वाले तत्वों का खुलासा नहीं किया था. उस समय जेएनयू की दीवारों पर कई जाति सूचक नारे लिखे गए थे.

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Last Updated : Oct 2, 2023, 10:09 PM IST
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