मुंबई: राज्य सरकार ने राकांपा नेता और सांसद शरद पवार को भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गवाही देने के लिए 5 से 6 मई के बीच जस्टिस जेएन पटेल आयोग के सामने पेश होने के लिए तलब किया है. मामले में शरद पवार ने पहले आयोग को लिखित गवाही भेजी थी. इस मामले में शरद पवार की गवाही काफी अहम मानी जा रही है.
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भीमा कोरेगांव मामला में पहले 23 और 24 फरवरी को गवाही दर्ज की जानी थी, लेकिन शरद पवार उस समय किन्हीं कारणों से उपस्थित नहीं हो सके थे. इसके बाद शरद पवार ने आयोग को लिखित गवाही भेज दी थी. अब तक इस मामले में आयोग, आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला और विश्वास नांगरे पाटिल समेत कई सामाजिक संगठनों की गवाही दर्ज कर चुका है. बता दें कि भीमा कोरेगांव मामले की जांच के लिए आयोग का गठन राज्य सरकार ने किया था.