हैदराबादः भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन सीएम योगी व गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा के बड़े नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया. एक ओर सीएम योगी ने तेलंगाना के सीएम केसीआर को निशाने पर लेते हुए कहा कि अब भाग्यनगर का भाग्य़ बदलने का वक्त आ गया है. भाजपा यूपी जैसी सरकार यहां पर भी चलाएगी. वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम केसीआर पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने बेटे को सीएम बनाने में जुटे हुए हैं. उन्हें युवाओं की बेरोजगारी और जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने केसीआर को चुनौती देते हुए कहा कि वह चाहें आज य़ा फिर कभी भी चुनाव करा लें, अगली सरकार बीजेपी की ही बनेगी.
सीएम योगी ने कहा कि कई राज्यों में मुफ्त में राशन देने का काम भाजपा सरकारें कर रहीं है. तेलंगाना में केंद्रीय योजना को ईमानदारी से लागू करने की बात तो दूर कोई योजना लागू भी होती है तो उस पर यहां की सरकार अपना ठप्पा लगा देती है. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पीएम मोदी के नेतृत्व में तेलंगाना में भी कमल खिलाने का काम होगा. आज आप जान गए हैं यूपी में सुशासन है, सबका साथ सबका विकास के साथ बिना भेदभाव के काम हो रहा है. अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है. काशी में विश्वनाथ कॉरीडोर बन चुका है. माफियाओं पर लगाम लगाई जा रही है. उन्होंने कहा कि आप सब भाग्यनगर का भाग्य़ बदलने के लिए इकट्ठा हुए हैं. उन्होंने कहा कि मैं आपको भरपूर सहयोग का आश्वासन देता हूं. यहां का अपार जनसमूह देखकर काफी अच्छा लगा है.
वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने सभी का अभिनंदन करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक ग्राउंड पर हर तरफ भीड़ नजर आ रही है. भाग्यनगर शहर में राष्ट्रीय कार्यसमिति का आयोजन किया गया है. तेलंगाना स्थापना दिवस पर मैं आया था और आज भी आया हूं. उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि केसीआर जब भी चुनाव कराना है, करा लो, पहले कराओ, बाद में कराओ, सरकार बीजेपी की बनने वाली है. टीआरएस की स्थापना विकास के लिए हुई थी. नीलू, नीतलू, नियमकालू में एक भी वादा पूरा नहीं हुआ. केसीआर को गद्दी पर बैठे आठ साल हो गए हैं. युवाओं को रोजगार नहीं मिले हैं.
वह अपने बेटे केटीआर को सीएम बनाना चाहते हैं. तेलंगाना की प्यासी जनता की उनको कोई चिंता नहीं है. बेरोजागर युवकों की उन्हें कोई फिक्र नहीं है. बस एक ही चिंता है कि बेटे को मुख्यमंत्री बनाने की. अगली बारी भाजपा की है. जब तेलंगाना के अलग राज्य बनाने की मांग उठी तो भाजपा ने समर्थन किया. कांग्रेस को लगा कि 2014 में पीएम मोदी आने वाले हैं तो दोनों राज्यों का विभाजन कर दिया और दोनों राज्यों के बीच कभी न मिटने वाली दूरी खड़ी कर दी.
केसीआर की पार्टी का चुनाव चिह्न गाड़ी है, सरकार गाड़ी की है. इसका स्टेयरिंग ओवैसी के हाथ में है. वह बोले कि जिस सरकार का स्टेयरिंग ओवैसी के हाथ में हो, वहां की जनता का भला कैसे हो सकता है. सरदार पटेल न होते तो आज तेलंगाना भारत का हिस्सा न होता. हैदराबाद विमोचन दिन केसीआर आखिर क्यों नहीं मनाते हैं? उन्होंने कहा कि क्योंकि वह ओवैसी से डरते हैं. एक बार बीजेपी की सरकार बनाइए हम डंके की चोट पर हैदराबाद विमोचन दिवस मनाएंगे. आठ साल से केसीआर क्या कभी सचिवालय गए हैं क्या. एक तांत्रिक ने कहा है कि सचिवालय जाओगे तो सरकार गिर जाएगी. उन्होंने कहा कि केसीआर सचिवलाय न जाना, अगली बार सचिवालय जाने का वक्त भाजपा के सीएम का है.
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