देहरादून : उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के मंत्रिमंडल में शामिल किए गये 8 कैबिनेट मंत्रियों एवं 3 राज्य मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. कार्यक्रम में राज्यपाल ने मंत्री सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल, अरविंद पाडेय, बंसीधर भगत, गणेश जोशी, बिशन सिंह चुफाल को कैबिनेट मंत्री एवं रेखा आर्य, धनसिंह रावत और स्वामी यतीश्वरानंद को राज्य मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी कैबिनेट एवं राज्य मंत्रियों को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि मंत्रिमंडल के सभी सहयोगी आपसी समन्वय के साथ प्रदेश के विकास में प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे और एक नए उत्तराखंड का निर्माण करेंगे. उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर बनाए रखने के लिए सभी का सहयोग मिलता रहेगा, इसका उन्हें पूरा विश्वास है. प्रदेश के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है. सकारात्मक ऊर्जा के साथ समन्वय और सहयोग से हम सभी प्रदेश के विकास के नए प्रतिमान स्थापित करेंगे.
गौर हो कि पूर्व की त्रिवेंद्र कैबिनेट के सभी मंत्रियों को नई कैबिनेट में भी जगह दी गई है. केवल मदन कौशिक को कैबिनेट से हटाकर प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. उनसे पहले कालाढूंगी से विधायक बंशीधर भगत प्रदेश अध्यक्ष थे. भगत को नए मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.
पूर्व मंत्रिमंडल के मंत्रीः हरक सिंह रावत (कोटद्वार), यशपाल आर्य (बाजपुर), सतपाल महाराज (चौबट्टाखाल), अरविंद पांडे (गदरपुर), सुबोध उनियाल (नरेंद्रनगर), रेखा आर्य (सोमेश्वर) और धन सिंह रावत (श्रीनगर).
नए चेहरों को जगह: बंशीधर भगत (कालाढूंगी), बिशन सिंह चुफाल (डीडीहाट), गणेश जोशी (मसूरी) और यतीश्वरानंद (हरिद्वार ग्रामीण)
स्वामी यतीश्वरानंद - कालाढूंगी से विधायक
- उत्तराखंड विधानसभा की हरिद्वार ग्रामीण सीट से लगातार दो बार जीते
- दूसरी बार में तत्कालीन सीएम हरीश रावत को करीब 13 हजार मतों से हराया था.
- संस्कृत से पीएचडी हैं स्वामी यतीश्वरानंद
- शास्त्री की परीक्षा गुरुकुल कांगड़ी से पास की
- पांच भाइयों में स्वामी यतीश्वरानंद सबसे छोटे हैं.
बंशीधर भगत - कालाढूंगी से विधायक
- 1975 में जनसंघ से जुड़े
- किसान संघर्ष समिति बनाकर राजनीति में आए
- राम जन्मभूमि आंदोलन में 23 दिन तक अल्मोड़ा जेल में रहे
- 1989 में नैनीताल-ऊधमसिंह नगर के जिला अध्यक्ष बने
- 1991 में नैनीताल से पहली बार विधायक बने
- 1993 व 1996 में नैनीताल के विधायक बने
- यूपी के जमाने में खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री, पर्वतीय विकास मंत्री और वन राज्य मंत्री बने
- अब तक छह बार विधायक बन चुके हैं
- 2000 में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री
- 2007 में हल्द्वानी विधानसभा सीट से वह चौथी बार विधायक बने
- 2007 में वन और परिवहन मंत्री बने
- 2012 में परिसीमन के बाद कालाढूंगी विधानसभा सीट से जीते
- 2017 के विधानसभा चुनाव में छठवीं बार विधायक बने
- इस बार मंत्री बनने से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष थे
बंशीधर का जुदा अंदाज
- बंशीधर भगत रामलीला मंचन में राजा दशरथ का पात्र निभाते है
- बिशन सिंह चुफाल - डीडीहाट विधायक
- 1982 में बांकू गांव के ग्राम प्रधान बने
- प्रधानी से राजनीतिक जीवन शुरू किया
- 1983 में डीडीहाट के ब्लॉक प्रमुख बने
- 1989 में पहली बार विधायक का चुनाव लड़े और हारे
- 1996 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और विधायक बने
- उत्तराखंड बनने के बाद 2000 से 2002 तक कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) के अध्यक्ष रहे
- 2003 से 2007 तक विधायक रहे
- 2007 से 2012 तक पहले ढाई साल कैबिनेट मंत्री रहे
- बाद के ढाई साल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे
- 2013 से 2017 तक विधायक रहे
- 2017 में लगातार पांचवी बार विधायक बने
- 2021 में तीरथ कैबिनेट में मंत्री बने
गणेश जोशी - मसूरी विधायक
- जन्म - 25 फरवरी, 1958 को सैनिक परिवार में हुआ
- गढ़वाल राइफल रेजीमेंट में एक सैनिक के रूप में देश की सेवा की
- उत्कृष्ठ सेवा के लिए सेवा मेडल मिला
- जून 1983 में अस्वस्थता के कारण सेना से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त हुए
- 2000-2002 में जिला जनरल सचिव, भारतीय जनता पार्टी, देहरादून महानगर बने
- 2007 में राजपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने
- 2009 में उन्हें उत्तराखंड विधानसभा की आवास समिति का अध्यक्ष बनाया गया
- 2012 में वे मसूरी निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने
- 2017 में फिर से मसूरी से विधायक बने
- 2021 में तीरथ कैबिनेट में मंत्री बने