गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि राज्य में मादक पदार्थों का अवैध व्यापार (Illegal Drugs Trade) सालाना पांच हजार करोड़ रुपये का है. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस से ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई जारी रखने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने ड्रग्स की लत से मुक्त हुए लोगों के उचित पुनर्वास की जरूरत को रेखांकित किया. इस संबंध में स्वास्थ्य तथा सामाजिक कल्याण विभागों को साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया.
नगांव जिले के बरहमपुर में जब्त किये गए मादक पदार्थों के निस्तारण के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इस साल 10 मई से 15 जुलाई के बीच 163 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त किए गए. मान लीजिए कि अगर यह हर महीने राज्य से तस्करी कर ले जाए जाने वाले ड्रग्स का 20 प्रतिशत है तो असम में हर साल कम से कम पांच हजार करोड़ रुपये के अवैध मादक पदार्थ का व्यापार होता है.
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सीएम ने कहा कि पूरा पैसा असम के बाहर जाता है और इसका कोई कर नहीं चुकाया जाता. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ड्रग्स के आदी लोगों द्वारा मादक पदार्थ खरीदने के लिए प्रयोग में लाया जा रहा पैसा परिवारों की भलाई की कीमत पर आता है.
उन्होंने कहा कि अगर एक परिवार का एक व्यक्ति भी ड्रग्स की लत का शिकार होता है तो पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है. नशे की लत का शिकार व्यक्ति अपने घर से पैसा चुराता है या परिवार के सदस्यों को परेशान कर उनसे पैसा लेता है.
अंत में बहुत से लोग अपराध या असामाजिक गतिविधियों में शामिल होते हैं. सरमा ने कहा कि ड्रग्स के विरुद्ध लड़ाई के तीन चरण हैं- पहले आपूर्ति श्रृंखला को ध्वस्त करना, दूसरे वितरण तंत्र को तोड़ना और फिर नशे के आदी हो चुके लोगों का पुनर्वास करना.
(पीटीआई-भाषा)