पटना: रविवार को बिहार की राजधानी पटना में स्थित जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में जदयू राष्ट्रीय परिषद की बैठक (JDU National Council meeting) हुई. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक हुई. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता, मंत्री और सांसद मौजूद रहे. इस दौरान जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिए गए फैसलों पर मुहर लगी. कार्यकारिणी में बीजेपी को 2024 में 50 सीटों पर समेटने का नारा दे ही दिया है, इसके लिए खास रणनीति भी बना ली है. हालांकि सीएम ने कहा कि संख्या कोई मायने नहीं रखती. विपक्ष को एकजुट करना सबसे महत्वपूर्ण है.
ये भी पढ़ें-JDU राष्ट्रीय परिषद की बैठक आज, तय एजेंडे पर लगेगी मुहर
"अगर हमलोग एकजुट होकर चुनाव लड़ें तो भारी सफलता मिलेगी, यही बात है. कोई संख्या की बात हम नहीं कर रहे हैं. दिल्ली हम जाएंगे, वहां पार्टी के लोगों से बात करेंगे. हमारी भेंट होगी. माननीय राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति जी से मुलाकात करेंगे. आपको मालूम हो जाएगा."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
40 में से 40 सीट जीतेंगे: राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 40 में से 40 सीट जीतेगा. उन्होंने कहा कि जब उनके (बीजेपी) साथ थे तो 40 में 39 सीट मिली थी. अब हमारे साथ 75 फीसदी वोट है, इसलिए सभी 40 सीट जीतेंगे. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर ललन सिंह ने कहा कि अब तो माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश करेंगे लेकिन हम लोग पूरी तरह से सतर्क हैं. अब उनकी दाल नहीं गलने वाली है.
'50 सीटों पर सिमट जाएगी बीजेपी': हालांकि इससे पहले पटना में प्रदेश जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक (JDU State Executive Meeting) को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 50 सीटों पर सिमट जाएगी, अगर सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ें. उन्होंने कहा कि मैं इसी अभियान में लगा हुआ हूं.
मणिपुर और अरुणाचल में पार्टी की टूट का असर : इसके अलावा जेडीयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लिए कई राज्यों में होने वाले चुनाव में पार्टी की रणनीति पर भी फैसला होगा. मणिपुर और उससे पहले अरुणाचल में पार्टी की टूट से अभियान पर जरूर असर पड़ेगा लेकिन इसके बावजूद पार्टी बिहार में संगठन को मजबूत करने के साथ दूसरे राज्यों में अपने पांव पसारने पर भी आज फैसला लेगी. इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेवारी भी दी जा रही है.
दिल्ली जाएंगे नीतीश : जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 सितंबर को विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए दिल्ली जा सकते हैं. 7 सितंबर तक कई दलों के नेताओं के साथ मुलाकात और बैठक की तैयारी है. एक तरह से 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की पूरी तैयारी हो चुकी है और आज उस पर भी मुहर लगेगी. नीतीश कुमार को इसकी जिम्मेवारी सौंपी जाएगी.
ये भी पढ़ें - BJP ने दिया JDU को जोर का झटका, राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा और PM उम्मीदवारी की मुहिम पर संशय