पटना : देश में पहली बार संग्रहालय बिनाले का आयोजन किया जाएगा. जिसकी मेजबानी बिहार संग्रहालय करेगा. राजधानी पटना स्थित अंतरराष्ट्रीय स्तर का म्यूजियम बिहार संग्रहालय 22 मार्च से 28 मार्च 2021 तक संग्रहालय बिनाले आयोजित करेगा, जिसकी तैयारी बिहार म्यूजियम ने पूरी कर ली है. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए शुरुआत के दो दिन कार्यक्रम का आयोजन संग्रहालय परिसर में सामाजिक दूरी बनाते हुए किया जाना है. उसके अगले पांच दिन कार्यक्रम का विश्व स्तर पर वर्चुअल आयोजन किया जाएगा. हालांकि, कार्यक्रम में ज्यादातर चीजें ऑनलाइन ही होंगी.
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कई अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय के साथ भारत के 13 संग्रहालय हिस्सा लेंगे. भारत के छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय मुंबई, नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट नई दिल्ली, मॉडर्न आर्ट गैलरी बैंगलोर, राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल और बिहार संग्रहालय सहित अन्य संग्रहालय हिस्सा लेंगे. वहीं, इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में जर्मनी, फ्रांस, भारत, इटली, स्पेन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और यूएस के वक्ता वर्चुअल तरीके से शामिल होंगे.
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कार्यक्रम का शुभारंभ 22 मार्च को बिहार दिवस के अवसर पर किया जाएगा. बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यक्रम का शुभारंभ ऑनलाइन करेंगे. ऑनलाइन ही बिहार के डिप्टी सीएम और कला संस्कृति विभाग के मंत्री सहित अन्य कई लोग शामिल होंगे. बिहार संग्रहालय के निर्माण की कहानी पर आधारित फिल्म भी दिखाई जाएगी. वहीं, मुख्य वक्ताओं में ब्रिटिश संग्रहालय के नील मैकग्रेगर, प्रोफेसर शरत महाराज, सब्यसाची मुखर्जी महानिदेशक सीएसएमवीएस मुंबई के शामिल होने की संभावना है. सात दिनों तक चलने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संग्रहालय परंपराओं तथा बिहार, भारत और विश्व में उनके विकास पर केंद्रित होगा. इन्हीं विषयों पर चर्चा भी की जानी है.
तैयारी की गई पूरी
इस बिनाले के आयोजन का मुख्य उद्देश्य देश के सभी प्रमुख संग्रहालय के इतिहास एवं कलाकृतियों को एक प्लेटफार्म पर लाना है. देश और दुनिया के लोग भारत के संग्रहालय एवं उस में उपलब्ध कलाकृतियों से अवगत हो सकें. सभी लोग नई-नई चीजों के बारे में नई जानकारियां हासिल कर सकेंगे. कार्यक्रम का आयोजन पिछले वर्ष ही किया जाना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसका आयोजन नहीं हो सका था और अब जाकर इस बड़े कार्यक्रम का आयोजन बिहार संग्रहालय में किया जा रहा है, जिसकी तैयारी बिहार संग्रहालय ने पूरी कर ली है.
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कार्यक्रम में कई सत्र चलाए जाएंगे, जिसमें विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी. जैसे संग्रहालय के तत्व, कंटेनर बनाम प्लेटफार्म संग्रहालय बातचीत के लिए खुली जगह के रूप में संग्रहालय के भीतर सांस्कृतिक प्रतीकों को समझने का प्रयास, कला की धारणाएं, बिहार भारत और विश्व साथ, मानवता का साथ संस्कृति जैसे सत्र चलाए जाएंगे, जिनमें देश और दुनिया के तमाम संग्रहालय के लोग इस पर चर्चा करेंगे और लोगों को विस्तृत जानकारी भी देंगे.