गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम जिले में लगातार खुले में नमाज को लेकर हो रहे विरोध पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar) ने कहा कि खुले में नमाज बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की (Gurugram namaz Dispute) जाएगी. इस पूरे मामले को लेकर जिला प्रशासन को भी पहले ही आदेश जारी किए जा चुके हैं. सीएम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों को जहां प्रशासन की तरफ से सुनिश्चित किया गया है वहीं नमाज पढ़ें. खुले में नमाज पढ़ना बिल्कुल गलत है और इसको लेकर पूरी तरह से प्रशासन सख्त भी है.
सीएम ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर जिला प्रशासन इस पर मंथन कर रहा है. सभी लोगों को भी समझना चाहिए कि खुले में नमाज पढ़ना गलत है. क्योंकि प्रशासन की तरफ से मुस्लिम समुदाय के लोगों को पहले ही जगह सुनिश्चित की हुई है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से लगातार खुले में नमाज पढ़ने को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों का हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि गुरुग्राम में इस साल गोवर्धन पूजा के बाद से ही खुले में नमाज विवाद बढ़ गया है. कुछ हिंदू संगठन और स्थानीय निवासी गुरुग्राम में शुक्रवार के दिन होने वाली खुले में नमाज का जोरदार विरोध कर रहे हैं. वहीं 27 नवंबर को भी सेक्टर-37 में हिंदू संगठनों के विरोध के चलते मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पुलिस की सुरक्षा में नमाज अता की.
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नमाज के दौरान हिंदू संगठन के लोगों ने सेक्टर-37 के ग्राउंड में पहुंचकर 26/11 हमले में शहीद हुए लोगों के लिए हवन किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया. साथ ही खुले में नमाज होने पर विरोध प्रदर्शन किया. हिंदू संगठन की तरफ से कहा गया था कि खुले में नमाज नहीं होने दी जाएगी और इसका लगातार वह विरोध करते रहेंगे. वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि प्रशासन की तरफ से सेक्टर-37 जगह सुनिश्चित की गई है और उसी के चलते वहां नमाज कराई गई.
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