नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (West Bengal CM) ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपने दिल्ली दौरे के चौथे दिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) से मुलाकात की. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री से ममता की मुलाकात लगभग एक घंटे तक चली.
इसके बाद मीडिया से बातचीत में ममता ने कहा कि बंगाल में यातायात व्यवस्था को बेहतर करने और राजमार्ग से संबंधित परियोजनाओं पर उनकी चर्चा हुई. सुंदरबन में हर वर्ष विशाल मेले का आयोजन होता है, जिसमें 20 से 30 लाख पर्यटक वहां आते हैं. इसलिए, एक बड़े पुल के निर्माण की जरूरत है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से इसकी मांग की है. उन्होंने दीघा रोड की दूरी और बढ़ाने की भी मांग की है. देव पराशर से बोंडा के बीच इसे एलिवेटेड रोड बनाने की मांग रखी गई है.
ममता बनर्जी ने कहा कि यदि एलिवेटेड रोड बनेगा तो जनता को परेशानी नहीं होगी. इस रूट पर लाखों लोग आवाजाही करते हैं और वह नहीं चाहती कि उनके जान को कोई खतरा हो. यह भारत-बांग्लादेश के लिए भी अच्छा होगा. इसी तरह से बंगाल में सड़क निर्माण से जुड़े कई अन्य परियोजनाओं के विषयों में भी बात हुई है. इसके अलावा ममता बनर्जी ने बंगाल के लिए मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री की मांग भी की है.
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रोड कनेक्टिविटी और ट्रांसपोर्ट पर चर्चा के विषय में ममता ने कहा कि हमारे राज्य की सीमाएं बांग्लादेश, नेपाल और भूटान से सटी हैं. साथ ही, यह उत्तर पूर्व की सीमाओं से भी जुड़ा है. अभी हाल में तूफान और बाढ़ के कारण सड़कें कई जगह क्षतिग्रस्त भी हुई हैं. ऐसे में केंद्रीय मंत्री से मांग की गई है कि उनकी मरम्मत कराई जाए.
चूंकि, इन सड़कों पर बड़ी संख्या में वाहनों की भी आवाजाही होती है, इसलिए आवश्यकतानुसार डबल लेयर सड़क बनाई जाए. ममता ने केंद्रीय मंत्री से इस पर अधिक विस्तार से चर्चा के लिए बैठक बुलाने की भी बात कही, जिसमें राज्य और केंद्र के आला अधिकारी मौजूद रहेंगे.
ममता ने बताया कि बंगाल के मुख्य सचिव दिल्ली आ रहे हैं. वह उन्हें निर्देश देंगी कि मंत्रालय के पदाधिकारियों के साथ मिलकर इस पर काम शुरू करें. कोलकाता में जनसंख्या के घनत्व को देखते हुए बंगाल की मुख्यमंत्री ने कुछ परियोजनाओं की मांग की है. उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा यात्रियों की सुविधा के लिए यातायात सेवा में व्यापक सुधार की जरूरत है.