नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा को पटखनी देने वाली पार्टी तृणमूल कांग्रेस अब यूपी चुनाव में भी सक्रिय हो सकती है. टीएमसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संकेत दिए हैं कि जरुरत पड़ने पर वे अखिलेश यादव और उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) (Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav) की तरफ मदद का हाथ बढ़ा सकती हैं.
ममता ने यह बात पीएम मोदी से मुलाकात के बाद यूपी चुनाव से जुड़े एक सवाल पर कही है. इसके अलावा ममता बनर्जी महाराष्ट्र दौरे पर भी जाने वाली हैं. उन्होंने बताया की 30 नवंबर से एक दिसंबर के महाराष्ट्र दौरे के दौरान वे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Maharashtra CM Uddhav Thackeray) और शरद पवार से भेंट करेंगी.
अपने दिल्ली दौरे से पहले ममता ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना उनकी पार्टी की सर्वोच्च प्राथमिकता है. ममता ने कहा था, मुझे हरियाणा जाना है. दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में कोई अंतर नहीं है. जैसे ही अशोक तंवर (आज टीएमसी में शामिल हुए) मुझे आमंत्रित करेंगे, मैं वहां जाऊंगी. जब तक राज्यों का विकास नहीं होगा, देश समृद्ध नहीं होगा. भाजपा को हराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है... जय हिंदुस्तान, जय हरियाणा, जय बांग्ला, जय गोवा, जय भारत, राम राम!
बंगाल में ममता के साथ एक मंच पर आए थे अखिलेश
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने जनवरी 2019 में सभी विपक्षी दलों को बंगाल में एकमंच पर एकजुट किया था. उस रैली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा को केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग की संस्कृति को पीछे छोड़ने की चेतावनी दी थी.
अखिलेश ने कहा था कि 'जब भाजपा को पता चला कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में महागठबंधन की उम्मीद कर रही हैं, तो उन्होंने सीबीआई को पीछे लगा दिया. अखिलेश ने कहा था कि अगर तमिलनाडु अपने राज्य में बीजेपी को जीरो बना सकता है तो उन्हें दूसरे राज्यों में भी ऐसा ही परिणाम मिल सकता है.'
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