कोलकाता/ नई दिल्ली : कोविड-19 के हालात पर मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक को 'सुपर फ्लॉप' बताते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि उन्हें और अन्य कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बोलने नहीं दिया गया जो उनके अपमान के समान है. वहीं, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ममता का आचरण बहुत ही अशोभनीय रहा.
बनर्जी ने यह दावा भी किया कि केवल भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बैठक में बोलने दिया गया, जबकि दूसरों को 'कठपुतली' बनाकर रख दिया गया.
उन्होंने कहा, 'यह अनौपचारिक और सुपर फ्लॉप बैठक थी.'
बनर्जी ने राज्य सचिवालय 'नबन्ना' में संवाददाताओं से कहा, 'हम अपमानित महसूस कर रहे हैं. यह देश के संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है. प्रधानमंत्री मोदी में असुरक्षा की भावना इतनी ज्यादा है कि उन्होंने हमारी बात ही नहीं सुनी.'
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ना तो यह पूछा कि पश्चिम बंगाल कोविड के हालात से किस तरह निपट रहा है और ना ही उन्होंने टीकों तथा ऑक्सीजन के भंडार के बारे में पूछा.
बनर्जी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने ब्लैक फंगस के बारे में एक भी सवाल नहीं पूछा.'
उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसे चार मामले सामने आए हैं. देश में कोविड-19 के मामले कम होने के प्रधानमंत्री के दावे का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा, 'अगर संक्रमण के कुल मामले कम हो रहे हैं, तो कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के इतने अधिक मामले क्यों आ रहे हैं.'
मुख्यमंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार के पास देश में कोविड-19 के हालात से निपटने की कोई उचित योजना नहीं है.
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बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोरोना संक्रमण के सार्वाधिक मामलों वाले राज्यों व जिलों के अधिकारियों से बातचीत की. इस बैठक में छत्तीसगढ़, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के अधिकारियों ने हिस्सा लिया.
ममता ने मीटिंग डिरेल करने की कोशिश की : रविशंकर प्रसाद
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आचरण बहुत ही अशोभनीय रहा है. उन्होंने पूरी मीटिंग को डिरेल करने की कोशिश की. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्होंने जो किया है वह शर्मनाक है. हम उसकी निंदा करते हैं.