गुवाहाटी : असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व सरमा ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि पड़ोसी राज्य मिजोरम के लोगों ने असम के तीन जिलों में लगभग 1,800 हेक्टेयर जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है. मुख्यमंत्री का बयान ऐसे समय आया है. जब मिजोरम के लोगों द्वारा कथित तौर पर असम के कछार जिले में जमीन पर कब्जा करने की पृष्ठभूमि में दोनों राज्यों के बीच तनाव की स्थिति है.
आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायक सुजामउद्दीन लस्कर के सवाल का जवाब देते हुए सरमा ने कहा कि, बराक घाटी क्षेत्र में कुल 1,777.58 हेक्टेयर जमीन पर मिजोरम से आए लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. सरमा ने कहा कि इसमें से सर्वाधिक क्षेत्रफल वाले हैलाकांदी जिले की एक हजार हेक्टेयर जमीन पर कब्जा किया गया है. उन्होंने कहा कि कछार में 400 हेक्टेयर और करीमगंज में 377.58 हेक्टेयर जमीन पर अवैध कब्जा किया गया.
गृह विभाग का भी कार्यभार संभाल रहे सरमा ने कहा कि असम पुलिस द्वारा गश्त और क्षेत्र में उपस्थिति दर्ज कराने जैसे उपाय किए गए हैं ताकि जमीन से अवैध कब्जा हटाया जा सके और असम की ओर रहने वाले लोगों की सुरक्षा हो सके. उन्होंने कहा, असम मिजोरम सीमा पर हैलाकांदी, करीमगंज और कछार जिले में कुल नौ बॉर्डर आउटपोस्ट स्थापित किए गए हैं. इनमें से छह हैलाकांदी में, दो करीमगंज में और एक कछार में स्थित है.
इसे भी पढ़े-असम सरकार पर अधिकारों के उल्लंघन का आरोप, NHRC में शिकायत
मुख्यमंत्री हेमंत विश्व सरमा ने कहा कि असम की जमीन पर अवैध कब्जा रोकने के लिए करीमगंज में रतबारी पुलिस थानांतर्गत छोटो भुबीरबंद तथा बाजारीछेड़ा पुलिस थानांतर्गत मेडलीछेड़ा में दो अस्थायी शिविर स्थापित किए गए हैं.इसके अलावा कछार में धोलाई पुलिस थानांतर्गत खुलीछेड़ा और लैलापुर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दो स्थायी शिविर स्थापित किए गए हैं.
(पीटीआई-भाषा)