जयपुर. राजस्थान में बिपरजॉय तूफान के कहर से पिछले तीन दिन में बड़े पैमाने पर जनजीवन प्रभावित हुआ है. ऐसे में सीएम अशोक गहलोत 20 और 21 जून को तूफान प्रभावित बाड़मेर , जालोर, सिरोही, पाली और जोधपुर का दौरा करेंगे. इधर राज्य में मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं का कहर सोमवार को भी जारी रहा. खास तौर पर अजमेर और टोंक जिले में बरसात के बाद हालात बिगड़ते हुए नजर आए.
अजमेर जिला मुख्यालय पर 130 एमएम बारिश दर्ज की गई, जबकि पुष्कर में 150 एमएम के करीब पानी बरसा. टोंक के नगरफोर्ट में माउंट आबू के बाद 24 घंटे में सबसे ज्यादा 315 मिलीमीटर बारिश हुई है. टोंक जिले के दूनी कस्बे में 215 एमएम और देवली में 130 एमएम बारिश से लोगों को भारी परेशानी हुई. मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग के कई स्थानों पर हल्की या तेज बारिश हो सकती है.
जारी किया ऑरेंज व यलो अलर्ट : सवाई माधोपुर, कोटा और बारां में 20 तारीख को भारी बारिश की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही बूंदी और झालावाड़ में भी यलो अलर्ट के साथ तेज बारिश की चेतावनी दी गई है. प्रदेश में बिपरजॉय के असर की वजह से बने डिप्रेशन के कारण पूर्वी राजस्थान में मंगलवार के दिन बारिश होगी. सोमवार को पश्चिमी राजस्थान में चक्रवात का असर पूरी तरह से खत्म हो गया, ऐसे में अब उन इलाकों में बारिश के आसार नहीं हैं. अब तक की बरसात के दौरान बाड़मेर में पांच, राजसमंद में तीन, पाली जिले में दो और जालोर में एक की मौत हो चुकी है.
अजमेर में रहे यह हालात : सोमवार सुबह चक्रवात के असर से हुई बारिश का सबसे ज्यादा प्रभाव अजमेर जिला मुख्यालय पर दिखा. यहां आनासागर का पानी ओवरफ्लो होकर बाहर निकल गया. साथ ही जेएलएन अस्पताल की ओपीडी और वार्डों में पानी चला गया. केसरगंज इलाके में एक मकान की दीवार गिरने से दो कारों को नुकसान हुआ है. टोंक में 18 घंटे तक बरसे पानी की वजह से नहर फोर्ट, दूनी, देवली और जिला मुख्यालय पर कई इलाकों में पानी भर गया. यहां सबसे ज्यादा बारिश नगर फोर्ट में 315 एमएम दर्ज की गई.
लोगों के जनजीवन पर असर : इसके अलावा बीसलपुर बांध से अच्छी खबर भी आई, जहां जल स्तर में सात सेंटीमीटर का इजाफा हो गया. शाम तक बांध का जलस्तर 312.89 आरएल मीटर हो गया. भीलवाड़ा में लगातार जारी बरसात के बीच रायपुर राजसमंद मार्ग प्रभावित हुआ है. यहां कोठारी नदी में आए पानी के कारण आसपास के लोगों के जनजीवन पर भी असर पड़ा है.
पश्चिमी राजस्थान में यह रहे हालात : चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के असर से होने वाली बारिश के कारण प्रदेश के जालोर में सर्वाधिक असर पड़ा. यहां सोमवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर NDRF और SDRF की मदद से कई लोगों को महफूज जगहों तक पहुंचाया गया. वहीं रेलवे ने जोधपुर से जालोर जाने वाली 11 ट्रेनों को अस्थाई रूप से रद्द कर दिया. बता दें कि सांचौर में 17 जून से लगातार भारी बारिश के बाद सोमवार को राहत मिली थी. सांचौर में नर्मदा लिफ्ट कैनाल और सुरवा बांध के टूटने के कारण 20 से ज्यादा गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे.
भारतमाला पर भी असर : इस बारिश की वजह से केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना भारतमाला पर भी असर पड़ा. तेज बारिश के कारण जोधपुर के ओसियां के पास गगाड़ी इलाके की रतानिया ढाणी में भारतमाला की सड़क पानी में बह गई. भारतमाला सड़क टूटने से खेतों में पानी भर गया और आसपास के क्षेत्र में प्याज की फसल डूब गई. खेतों में पानी का आलम यह है कि सिंचाई के लिए लगाए गए पाइप लाइन और फव्वारे पूरी तरह से रेत से दब चुके हैं. सड़क का निर्माण देख रही कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक मरम्मत का काम जारी है. बताया जा रहा है कि लापरवाही पूर्वक सड़क के साइड की नालियों को कवर करने से पानी का भराव ज्यादा हो गया था.
विधायक संयम लोढ़ा ने लिया जायजा : सिरोही जिले के शिवगंज में हुई भारी बारिश से कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं. शिवगंज में रविवार रात तक 490 एमएम यानी 19.6 इंच पानी बरसा. बरसाती पानी लोगों के घरों में घुस गया. सर्वाधिक परेशानी आखरिया भट्टा और सेंचुरी कॉलोनी के परिवारों को उठानी पड़ी. यहां लोगों के घरों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया. सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने क्षेत्र में प्रशासन के साथ मोर्चा संभाला और राहत कार्यों का जायजा लिया.
पाली में बिपरजॉय का असर : पाली में बिपरजॉय तूफान का असर 48 घण्टे बाद भी नजर आ रहा है. जिले के देसूरी क्षेत्र में नदियों में पानी की आवक तेज हो गई. वहीं रोहट उपखंड के कई गांव टापू में तब्दील हो गए. रोहट उपखंड की कुलथाना नदी में बारिश से पानी का तेज बहाव शुरू हो गया, इसके कारण रोहट के उमकली, भीलों की ढाणी, कुलथान, राखना, बस्सी, धिंगान, पाती, हनजवा सहित कई गांवों में जल भराव हो गया. प्रशासन की ओर से चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में भीलों की ढाणी के 40 घरों में फंसे 150 लोगों को एसडीआरएफ की मदद से निकाला गया. उमकली गांव के अर्टिया धाम में अपनी 150 भेड़ों के साथ पानी में फंसे पशुपालक को रेस्क्यू किया गया.
उदयपुर संभाग में भी दिखा असर : बिपरजॉय के कारण हुई बारिश का असर उदयपुर संभाग में भी देखा गया. आमेट की एक माइंस में भरे पानी में डूबने से 15 वर्षीय बालक की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि भाकरोदा गांव में फैल्सपार माइंस में नहाने के दौरान पैर फिसलने से बालक डूब गया था. इसके अलावा केलवाड़ा के कांकरवा में नाड़ी में डूबने से भाई-बहन की मौत हो गई. ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने तैराकों की मदद से शव बाहर निकलवाया. उदयपुर जिले के गोगुंदा में बीते दिनों हुई बारिश के कारण साढ़े 10 इंच यानी 263 मिली मीटर बरसात हुई है. कोटड़ा का साबरमती बांध भी बारिश के कारण छलक गया. राजसमंद में भी गोमती नदी के उफान पर चलने से बाघेरी बांधी और गोमती बांध समेत आधा दर्जन बांधों के जलस्तर बढ़ने की खबरें आई हैं.