अगरतलाः दक्षिण त्रिपुरा जिले में सत्तारूढ़ भाजपा और टीआईपीआरए (TIPRA) मोथा के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस झड़प में दस से अधिक कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है. दरअसल, दोनों दलों के बीच स्थानीय ग्राम समितियों पर नियंत्रण पाने की बात पर विवाद शुरू हुआ था.
सूत्रों के मुताबिक, कुल 8 जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (ADC) गांव हैं जिनपर टीआईपीआरए के समर्थक कब्जा करना चाहते हैं. इसी क्रम में हृश्यमुख आरडी ब्लॉक अंतर्गत स्थानीय ग्राम परिषद पर पूरा नियंत्रण पाने के लिए स्थानीय भाजपा पार्टी कार्यालय पर उन्होंने हमला बोला दिया.
समर्थकों ने भाजपा के पार्टी ऑफिस में घुसकर तोड़फोड़ की और कई महत्वपूर्ण कागजात नष्ट कर दिए. इस बीच भाजपा के कार्यकर्ताओं से भी मारपीट की, जिसमें करीब पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं. हमले की खबर पाकर भाजपा के और समर्थक वहां आ पहुंचे, जिसके बाद दोनों दलों के समर्थकों में हिंसक झड़प शुरू हो गई.
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खबर पाकर घटनास्थल पर पहुंचे अतिरिक्त एसपी रणधीर देबबर्मा और बेलोनिआ थाने के ओसी स्मृतिकांत बर्धन के नेतृत्व में पुलिस बल और सीएसआर जवानों ने स्थिति पर नियंत्रण पाया. दोनों दलों के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां भी चटकानी पड़ीं.
हालांकि, इस हिंसक झड़प के बाद तनाव की स्थिति को देखते हुए इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल और टीएसआर जवानों को तैनात कर दिया गया है.
भाजपा के मुताबिक, उनके चार कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें गोमति जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, टीआईपीआरए मोथा के समर्थकों को भी हल्की चोटें आई हैं.
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि टीटीएएडीसी परिणाम की घोषणा के बाद स्थानीय टीआईपीआरए मोथा के समर्थक अब हृश्यमुख ग्रामीण विकास ब्लॉक के तहत सभी ग्राम परिषदों पर कब्जा करना चाहते हैं. लेकिन उनके रास्ते में भाजपा आड़े आ रही है, जो इलाके में समान रूप से प्रभावी है.