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SC News : सीजेआई चंद्रचूड़ ने न्यायमूर्ति रस्तोगी को 'असाधारण सहयोगी' बताया - outgoing SC judge Rastogi

न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी 17 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने रस्तोगी को एक 'असाधारण सहयोगी' करार दिया (CJI describes Justice Rastogi as an extraordinary ally).

CJI
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़
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Published : May 19, 2023, 5:33 PM IST

नई दिल्ली : भारत के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी को एक 'असाधारण सहयोगी' करार दिया, जिनमें प्रत्येक मामले के लिए न्यायिक करुणा और संवेदनशीलता है. न्यायमूर्ति रस्तोगी 17 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं.

उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठता में चौथे स्थान पर रहे न्यायमूर्ति रस्तोगी को 02 नवंबर, 2018 को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. चार साल से अधिक समय तक शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में सेवा देने के बाद, वह गर्मी की छुट्टियों के दौरान सेवानिवृत्त होंगे.

न्यायमूर्ति रस्तोगी के अलावा, न्यायमूर्ति के एम जोसेफ, पीठ में वरिष्ठता में तीसरे और न्यायमूर्ति वी रामसुब्रमण्यन भी क्रमशः 16 जून और 29 जून को सेवानिवृत्त होंगे. इन न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति से उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या 34 से घटकर 31 हो जाएगी.

शुक्रवार को न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ अधिवक्ता कल्पथी वेंकटरमण विश्वनाथन के शपथ ग्रहण के साथ, शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या संक्षिप्त समय के लिए मंजूर संख्या के बराबर हो गई.

न्यायमूर्ति रस्तोगी को विदाई देने के लिए गठित रस्मी पीठ का नेतृत्व करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने पीठ और कॉलेजियम में उनके योगदान की सराहना की.

सीजेआई ने कहा, 'न्यायमूर्ति रस्तोगी, आपने अपने सामने आने वाले हर मामले के प्रति न्यायिक करुणा और संवेदनशीलता को कई तरह से व्यक्त किया. भाई रस्तोगी अपने पिता श्री हरीश चंद्र रस्तोगी से प्रेरणा लेते हैं, जो एक प्रसिद्ध दीवानी वकील थे.'

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि वह अन्य बातों के साथ ही न्यायमूर्ति रस्तोगी की दीवानी, सेवा और श्रम कानूनों में विशेषज्ञता पर अक्सर पर भरोसा करते थे. न्यायमूर्ति रस्तोगी ने अपने संक्षिप्त विदाई भाषण में बार और पीठ के सदस्यों को धन्यवाद दिया.

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) न्यायमूर्ति रस्तोगी और दो अन्य न्यायाधीशों के लिए शुक्रवार को विदाई समारोह आयोजित किया क्योंकि 22 मई को ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू होने से पहले शुक्रवार को अंतिम कार्य दिवस था. अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता सहित बार के कई नेताओं ने भी न्यायमूर्ति रस्तोगी की सराहना की.

अट्ठारह जून, 1958 को जन्मे, न्यायमूर्ति रस्तोगी अपने पिता स्वर्गीय हरीश चंद्र रस्तोगी के नक्शेकदम पर चलते हुए 1982 में बार में शामिल हुए. स्वर्गीय हरीश चंद्र रस्तोगी राजस्थान उच्च न्यायालय में एक जानेमाने दीवानी वकील थे.

पढ़ें- कानूनी मामलों में महिलाओं के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल अनुचित, जल्द आएगी शब्दावली: CJI

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : भारत के प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने शुक्रवार को न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी को एक 'असाधारण सहयोगी' करार दिया, जिनमें प्रत्येक मामले के लिए न्यायिक करुणा और संवेदनशीलता है. न्यायमूर्ति रस्तोगी 17 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं.

उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठता में चौथे स्थान पर रहे न्यायमूर्ति रस्तोगी को 02 नवंबर, 2018 को उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. चार साल से अधिक समय तक शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में सेवा देने के बाद, वह गर्मी की छुट्टियों के दौरान सेवानिवृत्त होंगे.

न्यायमूर्ति रस्तोगी के अलावा, न्यायमूर्ति के एम जोसेफ, पीठ में वरिष्ठता में तीसरे और न्यायमूर्ति वी रामसुब्रमण्यन भी क्रमशः 16 जून और 29 जून को सेवानिवृत्त होंगे. इन न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति से उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीशों की संख्या 34 से घटकर 31 हो जाएगी.

शुक्रवार को न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ अधिवक्ता कल्पथी वेंकटरमण विश्वनाथन के शपथ ग्रहण के साथ, शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या संक्षिप्त समय के लिए मंजूर संख्या के बराबर हो गई.

न्यायमूर्ति रस्तोगी को विदाई देने के लिए गठित रस्मी पीठ का नेतृत्व करते हुए प्रधान न्यायाधीश ने पीठ और कॉलेजियम में उनके योगदान की सराहना की.

सीजेआई ने कहा, 'न्यायमूर्ति रस्तोगी, आपने अपने सामने आने वाले हर मामले के प्रति न्यायिक करुणा और संवेदनशीलता को कई तरह से व्यक्त किया. भाई रस्तोगी अपने पिता श्री हरीश चंद्र रस्तोगी से प्रेरणा लेते हैं, जो एक प्रसिद्ध दीवानी वकील थे.'

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि वह अन्य बातों के साथ ही न्यायमूर्ति रस्तोगी की दीवानी, सेवा और श्रम कानूनों में विशेषज्ञता पर अक्सर पर भरोसा करते थे. न्यायमूर्ति रस्तोगी ने अपने संक्षिप्त विदाई भाषण में बार और पीठ के सदस्यों को धन्यवाद दिया.

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) न्यायमूर्ति रस्तोगी और दो अन्य न्यायाधीशों के लिए शुक्रवार को विदाई समारोह आयोजित किया क्योंकि 22 मई को ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू होने से पहले शुक्रवार को अंतिम कार्य दिवस था. अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता सहित बार के कई नेताओं ने भी न्यायमूर्ति रस्तोगी की सराहना की.

अट्ठारह जून, 1958 को जन्मे, न्यायमूर्ति रस्तोगी अपने पिता स्वर्गीय हरीश चंद्र रस्तोगी के नक्शेकदम पर चलते हुए 1982 में बार में शामिल हुए. स्वर्गीय हरीश चंद्र रस्तोगी राजस्थान उच्च न्यायालय में एक जानेमाने दीवानी वकील थे.

पढ़ें- कानूनी मामलों में महिलाओं के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल अनुचित, जल्द आएगी शब्दावली: CJI

(पीटीआई-भाषा)

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