नई दिल्ली : नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने देश के विमानन क्षेत्र में वृद्धि की संभावनाओं को रेखांकित करते हुए सोमवार को कहा कि अब भारत को विमानन क्षेत्र के उत्पादों के विनिर्माण पर ध्यान देना चाहिए.
सिंधिया ने कहा कि अगले पांच से सात वर्ष में घरेलू विमानन कंपनियों के पास कुल 2,000 विमानों का बेड़ा होगा. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें भारत में एयरोस्पेस उत्पादों के विनिर्माण पर ध्यान देना चाहिए.
विमानन क्षेत्र की परामर्शदाता कंपनी सीएपीए द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में नागर विमानन मंत्री ने कहा, 'भारत में विनिर्माण शुरू करने के लिए यह पूरी तरह से उपयुक्त समय है.' उन्होंने कहा कि देश का विमानन क्षेत्र बहुत तेजी से बढ़ रहा है.
केंद्रीय मंत्री ने विमानन क्षेत्र की सराहना की और कहा कि घरेलू विमानन क्षेत्र अब विशेष रूप से यात्री यातायात के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को देख रहा है. मंत्री ने अपनी टिप्पणी में कहा कि व्यस्त मौसम अब समाप्त होने के बावजूद देश में प्रतिदिन 4.2-4.4 लाख यात्रियों की आवाजाही देखी जा रही है. अक्टूबर में शुरू होने वाला अगला सीजन पिछले रिकॉर्ड तोड़ सकता है.
केंद्रीय मंत्री ने अपनी टिप्पणी में यह भी कहा कि 'चार साल पहले, हमारे पास 400 विमानों का बेड़ा था, अब यह 700 से ऊपर है. 2013-14 में, जिस देश (भारत) में केवल 1.5 करोड़ घरेलू यात्री थे, आज 14.4 करोड़ घरेलू यात्री हैं - 10 वर्षों में 10 गुना वृद्धि.'
भारत के नागर विमानन क्षेत्र के लिए परिवेश को बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक 15 उड़ान प्रशिक्षण संगठनों (एफटीओ) की स्थापना होने का अनुमान है जिसके साथ इनकी संख्या बढ़कर 50 पर पहुंच जाएगी. ड्रोन क्षेत्र की वृद्धि के बारे में सिंधिया ने कहा कि 2030 तक यह तीन लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा और 2.5 लाख रोजगारों का सृजन करेगा.
(पीटीआई-भाषा)